भास्कर न्यूज | जालंधर श्री बांके बिहारी भागवत प्रचार समिति की ओर से वीरवार को साईं दास स्कूल की ग्राउंड में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया। कथा का शुभारंभ विद्वानों ने विधिवत पूजन करके किया। कथावाचक विश्व विख्यात भागवत कथा व्यास श्रद्धेय आचार्य गौरव कृष्ण महाराज ने भगवान की लीलाओं का वर्णन किया। धर्म की स्थापना के लिए कान्हा गोपाल भी बनें। गौ सेवा, गौ पूजन कर हमें गाय का माहात्म्य समझाया। महाभारत में दर्ज अनेकों उदाहरण हमें गौ माता के सम्मान और रक्षण की प्रेरणा देते हैं। विष्णुधर्मोत्तर पुराणों में कहा गया कि गाय की सेवा से आप तैंतीस कोटि देवी-देवताओं को प्रसन्न कर सकते हैं। गौ माता के पंचगव्य की बात करें तो उसमें गोमूत्र वैदिक काल से हमारे लिए लाभप्रद माना गया है। गौमूत्र से ही 400 से अधिक रोगों का उपचार संभव है। इसके अलावा उन्होंने गोवर्धन लीला के रहस्य को हमारे समक्ष बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। नंद बाबा और गांव की ओर से इंद्रयज्ञ की तैयारियां चलते देख कर भगवान श्रीकृष्ण उनसे प्रश्न पूछते हैं। उनको गोवर्धन पर्वत तथा धरती का पूजन करने के लिए उत्साहित करते हैं। प्रभु का भाव यह था, जो धरती वनस्पति जल के द्वारा हमारा पोषण कर रही हैं। उसकी वंदना और पूजा करनी चाहिए। धरती का प्रतीक मानकर गोवर्धन पर्वत की पूजा की गई। छप्पन व्यंजनों का भोग भगवान को दिया गया। इन्द्र के अभिमान को ठेस लगी तो उसने सात दिन तक मूसलाधार बारिश के द्वारा गोकुल के लोगों को प्रताड़ित करने का प्रयास किया। लेकिन भगवान ने अपनी कनिष्ठिका के ऊपर धारण कर सभी की रक्षा की। यदि आप भागवत महापुराण का अध्ययन करें। इससे ज्ञात होगा कि प्रभु ने नंदबाबा सहित ग्राम-निवासियों को कर्म के सिद्धांत का विवेचनात्मक विवेचन किया। कर्म ही मनुष्य के सुख, दुख, भय, क्षेम का कारण है। अपने कर्मानुसार मानव जन्म लेता है और मृत्यु को प्राप्त होता है। प्रवचनों के बाद भक्तों प्रभु के भजनों का गुणगान करके भक्तिमय माहौल बनाया गया। कार्यक्रम के अंत में भक्तों ने प्रभु की भव्य आरती व भोग लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। यहां अध्यक्ष ब्रिजेश कुमार जुनेजा, प्रधान सुनील नय्यर, उप प्रधान उमेश ओहरी, महा सचिव संदीप मलिक, कोषाध्यक्ष चंदन वडेरा, ब्रिज मोहन चड्ढा, महेश मखीजा, नरिंदर वर्मा, राहुल बाहरी, संजय सहगल, अश्वनी कुमार, दविंदर अरोड़ा, रिंकू मल्होत्रा, विकास ग्रोवर, सुमित गोयल व अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।