ग्रामीण विकास में विज्ञान का महत्व:IIT ISM में 6 राज्यों के 50 पंचायत प्रतिनिधियों के लिए 5 दिवसीय लीडरशिप प्रोग्राम शुरू

आईआईटी आईएसएम धनबाद में पंचायती राज मंत्रालय के सहयोग से पांच दिवसीय देशव्यापी लीडरशिप और मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में 6 राज्यों से 50 पंचायत प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया संस्थान के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने उद्घाटन समारोह में कहा कि आजादी के बाद देश में ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया गया। बाद में टेक्नोलॉजी की जरूरत को देखते हुए ‘जय विज्ञान’ का नारा आया। अब ‘जय अनुसंधान’ का श्लोगन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विज्ञान और अनुसंधान से देश की आर्थिक प्रगति होगी। तकनीकी अनुकूलन का प्रशिक्षण दिया जाएगा कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, ओडिशा, अंडमान-निकोबार और झारखंड से प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य कुशल जमीनी नेतृत्व तैयार करना है। प्रतिभागियों को लीडरशिप, संचार, शासन, वित्तीय प्रबंधन और तकनीकी अनुकूलन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम का उद्घाटन बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन प्रो. प्रेम व्रत ने ऑनलाइन किया। इस मौके पर डिप्टी डायरेक्टर प्रो. धीरज कुमार, डीन प्रो. रजनी सिंह और रजिस्ट्रार प्रमोद पांडेय मौजूद थे। पहले दिन ग्रामीण विद्युतीकरण, प्रभावी संचार और ग्राम पंचायत प्रबंधन पर चर्चा हुई। 8 अप्रैल को तकनीकी नवाचार और ग्रामीण विकास पर फोकस रहेगा। कार्यक्रम का समापन मूल्यांकन और विदाई समारोह के साथ होगा।

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