लुधियाना| राज्यसभा सांसद अरोड़ा ने कहा कि घरेलू उड़ानों में पर्यावरण अनुकूल ईंधन का उपयोग नहीं हो रहा है। राज्यसभा सांसद अरोड़ा ने कहा कि कार्बन ऑफसेटिंग रिडक्शन स्कीम फॉर इंटरनेशनल एविएशन केवल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए लागू है। ये बात केंद्रीय नागरिक विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने राज्यसभा के चल रहे शीतकालीन सत्र में सांसद संजीव अरोड़ा द्वारा पूछे गए सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल की स्थिति पर सवालों के जवाब में कही। इंटरनेशनल सिविल एविएशन आर्गेनाईजेशन ने इंटरनेशनल एविएशन से कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए बाजार आधारित उपाय यानी सीओआरएसआईए को अपनाया है। भारत आईसीएओ का सदस्य देश होने के नाते 2027 से सीओआरएसआईए के अनिवार्य चरण का अनुपालन करने के लिए बाध्य है। सीओआरएसआईए योजना के तहत एयरलाइनों को एक निर्धारित आधार रेखा से ऊपर अपने उत्सर्जन को ऑफसेट करना आवश्यक है। सीओआरएसआईए एयरक्राफ्ट ऑपरेटर्स को सीओआरएसआईए योग्य ईंधनों के उपयोग के माध्यम से अपनी ऑफसेटिंग आवश्यकताओं को कम करने की अनुमति देता है, जिसमें सीओआरएसआईए एसएएफ और सीओआरएसआईए लोअर कार्बन एविएशन फ्यूल्स शामिल हैं। एक हवाई जहाज संचालक, जो सीओआरएसआईए योग्य ईंधनों के उपयोग से उत्सर्जन में कमी का दावा करना चाहता है, उसे एक सीओआरएसआईए योग्य ईंधन का उपयोग करना आवश्यक है।