चंडीगढ़ में एक पेट्रोल पंप में तेल में गड़बड़ी के मामले से बवाल मच गया है। यहां गाड़ी मालिक ने कहा कि उन्होंने 2500 रुपए का तेल डलवाया लेकिन बिल सिर्फ 2200 का ही निकला। उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत पुलिस को कर दी। जिसके बाद प्रशासन ने उस मशीन को सील कर दिया। इसका पता चलते ही शुक्रवार को लोगों ने पंप के बाहर धरना लगा दिया। उन्होंने कहा कि अगर चंडीगढ़ में इस तरह की ठगी हो रही है तो पूरे ट्राईसिटी यानी चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में पेट्रोल पंपों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में सिर्फ पंप के एक कर्मचारी पर कार्रवाई की जा रही है, जबकि यहां के प्रबंधकों और अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… फिर धरना देने पहुंचे
कल की कार्रवाई के बाद लोगों ने शक जताया कि कई पेट्रोल पंपों पर इस तरह की ठगी हो सकती है। जिसमें तेल कम डाला हो और रुपए ज्यादा लिए जा रहे हों। राठी अगर बिल नहीं लेते तो इसका पता भी नहीं चलता क्योंकि मशीन में 2500 रुपए का तेल शो हुआ लेकिन बिल सिर्फ 2200 का ही निकला। उन्होंने कहा कि ट्राइसिटी के पेट्रोल पंप मशीनों की तेल क्वालिटी चेक की जाए। प्रदर्शन कर रहे लोग ‘सभी पंपों की जांच हो’ की तख्तियां लेकर आए थे। प्रदर्शनकारियों ने चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इनमें शादाब राठी, एडवोकेट उज्जवल भसीन, नवाब सिद्दीकी, गुफरान खान, भूषण अरोड़ा, जगमोहन सिंह, अवतार सिंह, दानिश अली, इमरान कुद्दुसी, फारुख अंसारी, गुलाम मुस्तुफा, संजीव कुमार आदी शामिल रहे। 20 हजार रुपए जुर्माना लग सकता है
अधिकारियों के मुताबिक संबंधित पेट्रोल पंप पर 2200 का बिल देकर 2500 रुपए लेने के मामले में 20 हजार रुपए या इससे भी ज्यादा का चालान काटने की कार्रवाई की जाएगी। शिकायतकर्ता की मौजूदगी में सील की गई मशीन की जांच होगी। जांच में इस मशीन में कोई टेम्परिंग पाई जाती है तो ऐसे में मामले में सजा का प्रावधान है, गिरफ्तारी भी हो सकती है। पुलिस का कहना है कि मामला लीगल मेट्रोलॉजी का है, उनके अफसरों को जानकारी दे दी गई है।