चंडीगढ़ पुलिस लाइन सेक्टर-26 में आयोजित संपर्क सभा में डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव ने पुलिस अधिकारियों और जवानों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कुछ इंस्पेक्टर खुद को खानदानी एसएचओ समझ रहे हैं और अपने बेटों को शराब ठेकेदार बना रखा है, जबकि खुद उन्हें काम करना ही नहीं आता। सभा में एसएसपी कंवरदीप कौर, एसएसपी ट्रैफिक सुमेर प्रताप सिंह, डीएसपी समेत कई अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। कब तक माफ करता रहूंगा डीजीपी ने दो-टूक कहा कि “अब सुधर जाओ, कब तक माफ करता रहूंगा”। उन्होंने साफ किया कि तीन इंस्पेक्टरों को एक मौका दिया गया था, लेकिन वे समझे नहीं और फिर से वही गलत काम शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि इन इंस्पेक्टरों पर लगातार नजर रखी जा रही है और अगर अगली बार फंसे तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। एक इंस्पेक्टर ब्याज पर रुपए देने में लगा डीजीपी सुरेंद्र यादव ने कहा कि चंडीगढ़ से नशा पूरी तरह खत्म करना है, लेकिन एक इंस्पेक्टर ऐसा है, जो नशा तस्करों से पैसे लेकर उन्हें छोड़ देता है और जो पैसा न दे, उसके खिलाफ मामला दर्ज कर देता है। उन्होंने कहा कि इस इंस्पेक्टर की पूरी रिपोर्ट उनके पास है। एक इंस्पेक्टर थाना प्रभारी होते हुए प्रॉपर्टी डीलर भी बना हुआ है। सारा दिन प्रॉपर्टी डीलिंग और ब्याज पर पैसे देने में लगा रहता है, लेकिन असल पुलिसिंग पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। कॉन्स्टेबल भी ब्याज पर पैसे देने लगे डी.जी.पी. ने सख्त लहजे में कहा कि अब कॉन्स्टेबल भी ब्याज पर पैसे देने लगे हैं और कुछ ही सालों की नौकरी में घर-मकान खरीद चुके हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों की पूरी लिस्ट तैयार की जा रही है और जल्द ही कार्रवाई होगी। डी.जी.पी. ने बताया कि सेक्टर-22 और सेक्टर-56 की पुलिस चौकियां बिना इंचार्ज के चल रही हैं। इसके अलावा सेक्टर-24 चौकी इंचार्ज सुरेंद्र कुमार बीमार होने के कारण छुट्टी पर हैं। ऐसा काम करूंगा याद रखा जाएगा डी.जी.पी. सुरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस में ऐसा सुधार करके जाएंगे, जिसे आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को साफ संदेश दिया कि या तो पुलिसिंग सही तरीके से करें, वर्ना कार्रवाई के लिए तैयार रहें।