भास्कर न्यूज | अलवर क्रिसमस के अवसर पर शहर में मंगलवार शाम को चर्च में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। नगर निगम के पास स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च में मंगलवार शाम को बाल कलाकारों ने लघु नाटिका पेश की। इसमें प्रभु यीशु के जन्म के समय घटित घटना को दिखाया गया। रात 12 बजे घंटा बजाकर प्रभु के जन्म का संकेत दिया गया। सेंट एंड्रयूज चर्च के फादर एरिक मसीह ने बताया कि मानवता के प्रति प्रेम जगाने वाले प्रभु यीशु के जन्म पर आधारित लघु नाटक को बच्चों के माध्यम से ही पेश कराया गया। जिससे बच्चों में भी पीड़ित मानवता की सेवा के भाव जाग्रत हों। इस लघु नाटिका को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग चर्च में मौजूद रहे। इसके बाद बच्चों को सांता क्लॉज ने उपहार दिए। सांता से उपहार पाकर बच्चों के चेहरों पर खुशी दिखाई दी। सभी कार्यक्रम शाम सात बजे बाद से हुए। अलवर. लाइटिंग से सजाया गया सेंट एंड्रयूज चर्च और आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोग। क्रिसमस पर रात 11.30 बजे से विशेष प्रार्थना सभा आयोजित हुई। इसमें प्रभु यीशु के मानवता के संदेश को गीतों के रूप में गाया गया। साथ ही उनके जन्म के समय की स्थिति और विशेष संयोग की जानकारी भी दी गई। रात 12 बजते ही चर्च के शिखर पर मौजूद घंटा बजाया गया। यह संकेत प्रभु यीशु के जन्म का था। इसके बाद सभी ने एक दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी। इस बीच, चर्च में शाम को कैंडल जलाने के लिए ईसाई समुदाय के साथ विभिन्न अन्य समुदायों के लोग भी आए और मन्नतें भी मांगी। चर्च को विशेष तरह की लाइटों से सजाया गया। इसके साथ ही विशेष आकृतियों वाले सितारे भी आकर्षण का केंद्र रहे। केडलगंज स्थित होली फैमिली चर्च में भी मंगलवार रात को विशेष प्रार्थना सभा हुई। यहां भी विशेष रूप से तैयार की गई चरणी पर मोमबत्ती जलाने के लिए बड़ी संख्या में लोग आए। सेंट एंड्रयूज चर्च में बुधवार को सुबह 10 बजे क्रिसमस पर विशेष आराधना सभा का आयोजन होगा। इस दौरान प्रभु यीशु के जीवन व सिद्धांत पर आधारित गीतों को प्रस्तुत किया जाएगा। इस दौरान फादर एरिक मसीह के प्रवचन होंगे। जिसमें मानवता और क्षमा के प्रभु के संदेश के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके बाद केक काटा जाएगा।