जांजगीर-चांपा में महिला-बाल विकास विभाग ने कार्रवाई करते हुए एक नवजात बालिका को सुरक्षित संरक्षण प्रदान किया है। चांपा रेलवे स्टेशन पर लावारिस मिली इस बच्ची की जान बचाने के लिए कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया। यह घटना 9 दिसंबर को सामने आई, जब चांपा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर 10 से 15 दिन की एक नवजात बालिका लावारिस हालत में मिली। सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। नवजात को तत्काल जिला अस्पताल जांजगीर में भर्ती कराया गया, जहां उसका चिकित्सा परीक्षण हुआ। इसके बाद बच्ची को बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति के आदेश पर, उसे सुरक्षित संरक्षण के लिए कोरबा स्थित विशेषीकृत दत्तक ग्रहण संस्थान भेजा गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजेंद्र सिंह जायसवाल ने बताया, “नवजात की सुरक्षा और स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। समय पर मिली सूचना और अलग-अलग विभागों के समन्वय से बच्ची को सुरक्षित संरक्षण मिल सका। वर्तमान में बालिका पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ है।” महिला-बाल विकास विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में बच्चों की सुरक्षा, संरक्षण और पुनर्वास से संबंधित सभी मामलों में विभाग लगातार तत्पर और सक्रिय रहता है।


