चास के 27 खंभे उखड़े, 45 जगह तार टूटे 17 इंसुलेटर ब्लॉस्ट व तीन ट्रांसफॉर्मर जले

बिजली विभाग मरम्मत के नाम पर हर साल लाखों रुपए खर्च करता है। ताकि बारिश के दौरान ब्लैक आउट न हो। इस साल भी 12 लाख रुपए खर्च किए गए। लेकिन सोमवार को आंधी और बारिश होते ही पूरे जिले की बिजली व्यवस्था ठप हो गई। मामरकुदर व पिंड्राजोरा सहित कई सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति 24 घंटे तक बंद रही। बताया जाता है कि वर्ष 2024 के अंत में भी आई तेज आंधी-पानी के कारण कई इलाकों में बिजली को काफी नुकसान हुआ था। इसके लिए विभाग ने मरम्मत की जिम्मेवारी एक एजेंसी को दी। मरम्मत के लिए 12 लाख रुपए के अलावा खराब हुए उपकरण, नए सीमेंट के पोल, इंसुलेटर और तार भी जेबीवीएनएल ने एजेंसी को उपलब्ध कराई थी। लेकिन एजेंसी ने क्या काम किया कि हल्की आंधी में ही कई क्षेत्र ब्लैक आउट हो गया। अब इन इलाकों में फिर मरम्मत करनी पड़ रही है। सोमवार की शाम आई आंधी और बरसात के कारण चास-बोकारो के दक्षिण-पश्चिम इलाकों में नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में पुन: तार टूटने, इंसुलेटर ब्लास्ट और पंक्चर होने, ब्रेकर खराब होने तथा ट्रांसफॉर्मर जलने की घटनाएं हुई। विदित हो कि शाम के समय में तेज आंधी पानी से जो क्षति हुई वह तो हुई ही, इसकी रही सही कसर, रात में भी हुई तेज आंधी पानी ने पूरी कर दी। इसके बाद जो फीडर दो घंटे पहले ही ठीक हुए, उनमें रात में आई आ​ंधी-बारिश से दुबारा खराबी आ गई। इन खराब फीडरों को काम चलाऊ रूप से चालू कर दिया गया है। कई जगह चालू किया, पिंड्राजोरा में देर रात तक चला काम तेज आंधी-पानी के कारण सबसे ज्यादा क्षति पिंड्राजोरा, नारायणपुर, बारी कोऑपरेटिव, फुदनीडीह, मामरकुदर और चंदनकियारी सब-स्टेशन में हुई है। इन सभी जगहों में 27 बिजली के पोल तार समेत टूटकर गिर गए हैं। जबकि लगभग 17 जगहों में इंसुलेटर ब्लॉस्ट और खराब हुए हैं। तीन स्थानों में ट्रांसफॉर्मर जल गए हैं, इसकी वजह से मंगलवार की देर शाम तक मरम्मत का काम चल रहा था। इसमें मामरकुदर फीडर को ठीक कर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि पिंड्राजोरा फीडर में सबसे ज्यादा खंभे उखड़ने के कारण मरम्मत का काम जारी है। जबकि बारी कोऑपरेटिव सबस्टेशन में इंसुलेटर ब्लॉस्ट होने के कारण साढ़े नौ घंटे तक बिजली कटी रही। फिर इसे डायरेक्ट टाई लाइन से जोड़कर किसी तरह दो घंटे चालू किया गया। इसके बाद फिर तेज बरसात के कारण रात में ही बिजली कट गई। दुबारा चालू करने में सुबह हो गए। इसके अलावा तीन जगहों में ट्रांसफॉर्मर जल गए हैं। इनमें गुरुद्वारा फीडर के ट्रांसफॉर्मर का मरम्मत चालू कर दिया गया है। बाकी दो का मरम्मत कर शाम सात बजे तक बिजली चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।

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