देवघर में चैत्र नवरात्र का पहला दिन भक्तिमय माहौल में शुरू हुआ। बैद्यनाथ मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। देवघर की विशेष महत्ता है क्योंकि यह ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ दोनों है। यहां माता का हृदय गिरा था, इसलिए चारों कल्पों में शक्ति की पूजा होती है। बैद्यनाथ मंदिर के पंडा शशिकांत मिश्रा के अनुसार, अगले 9 दिनों तक शुभ मुहूर्त में लोग मुंडन और जनेऊ संस्कार के लिए मंदिर आएंगे। सरदार पंडा गुलाबनंद ओझा ने भीतरखंड में कलश स्थापन की। पांच अखंड ज्योत जलाई गई शक्ति मंदिरों में कुल पांच अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की गईं। पार्वती मंदिर में दो, त्रिपुरसुंदरी में एक, माता संध्या में एक और माता काली मंदिर में एक। ये ज्योतियां नवरात्र के सभी दिन जलती रहेंगी। मंदिर कैंपस के अतिरिक्त शहर के विभिन्न स्थानों पर दुर्गा पूजा की तैयारियां चल रही हैं। भैया दलान, घड़ीदार घर, बंगला पर, बैद्यनाथ लेन, बिलासी टाउन, हाथी पहाड़, भुरभुरा चौक, भैरव घाट और त्रिकूट पहाड़ पर माता की पूजा-अर्चना की जा रही है। सप्तमी तिथि को माता की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। ————————————– बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचे रघुवर दास; परिवार संग की पूजा:कहा- कांग्रेस-झामुमो और राजद की सरकार में सांप्रदायिक तनाव बढ़ता है देवघर में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य सरकार की व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए गंभीर बात कही है। उन्होंने होली के दौरान गिरिडीह में हुई हिंसक झड़प को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा कि भाजपा शासन में किसी की हिम्मत नहीं थी कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि इंडिया गठबंधन पार्ट-2 में दंगे हो रहे हैं। इंडिया गठबंधन पार्ट-1 में भी रांची और लोहरदगा में दंगे हुए थे। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के कारण राज्य में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने यह बात देवघर में बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चन के बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कही। वे सपरिवार देवघर पूजा करने पहुंचे थे। पूरी खबर यहां पढ़ें….