रांची | चार दिवसीय चैती छठ महापर्व के दूसरे दिन बुधवार को शाम में खरना पूजा की गई। इस दिन व्रतियों ने पूरे दिन उपवास कर शाम में मिट्टी के शुद्ध चूल्हे में आम की लकड़ी से खीर का प्रसाद बनाकर खरना का प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद 36 घंटे के निर्जला उपवास का संकल्प लिया। खीर को प्रसाद के रूप में सभी को दिया गया। गुरुवार को व्रती डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे। वहीं, शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पारण कर चार दिवसीय छठ महापर्व को पूर्ण करेंगे। इधर, ज्यादातर छठ घाटों व तालाबों की साफ-सफाई जोरों से चल रही है। बाजारों में सूप-दौरे की खरीदारी भी लोगों ने की। मेनरोड, अपर बाजार, डोरंडा, रातू रोड आदि क्षेत्रों में लोगों ने सूप, दाउरा, मिट्टी के बर्तन, फल आदि की खरीदारी की। बाजार में सूप 90 से 110 रुपए, दौरा 140 से 250 रुपए प्रति पीस बिके। 3 अप्रैल : संध्या अर्घ्य 6.40 बजे से पहले 4 अप्रैल : प्रात: अर्घ्य 6.08 बजे से पहले पं. शैलेन्द्रपाठक के घर में खरना पूजा करतीं छठव्रती। नाटककार ऋषिकेश लाल व उनकी पत्नी दोनों ने इस बार छठ किया है।