छतरपुर के चंदला थाना क्षेत्र में दबंगों के साथ मारपीट में घायल किसान की मंगलवार को ग्वालियर जाते समय मौत हो गई। गांव के दबंगों ने दो दिन पहले 15 दिसंबर को किसान और उसके परिवाहक के साथ मारपीट की थी। मारपीट में घायल किसान को इलाज के लिए ग्वालियर ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जबकि उसके बेटे और पत्नी का इलाज चंदला अस्पताल में जारी है। जानकारी के अनुसार चंदला थाना क्षेत्र के ग्राम बिसनाखेड़ा के ग्रामीणों ने आवारा मवेशियों से फसल को बचाने के लिए गांव में ही एक बाड़ा बनाया था। जहां आवारा मवेशियों को एकत्रित किया जाता है। इस बाड़े की रखवाली की जिम्मेदारी गांव के मुलायम पिता राजाराम राजपूत को दी गई थी। रविवार की दोपहर में जब मुलायम राजपूत बाड़े पर पहुंचा तो उसे बाड़े का गेट खुला मिला। आसपास पता करने पर मुलायम को लोगों से जानकारी मिली कि गांव के हरिचरण राजपूत और उसके साथियों ने बाड़े का गेट खोला है। मां-पिता के साथ भी मारपीट की इसके बाद मुलायम उलाहना देने के लिए हरिचरण के पास गया। जहां हरिचरण राजपूत ने उसे डंडे से बुरी तरह पीट दिया। मारपीट की खबर मिलने के बाद जब मुलायम के पिता राजाराम राजपूत और उसकी मां मौके पर पहुंची तो हरिचरण और उसके कुछ सासाथियों ने उनके साथ भी मारपीट की। इसमें राजाराम बुरी तरह घायल हो गया था। ग्वालियर जाते समय रास्ते में हुए मौत घटना में घायल हुए मुलायम राजपूत, उसके पिता राजाराम राजपूत और मां को गंभीर अवस्था में चंदला अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन राजाराम की हालत गंभीर होने के कारण उसे पहले जिला अस्पताल और उसके बाद ग्वालियर रेफर कर दिया गया। ग्वालियर जाने के दौरान राजाराम की रास्ते में मौत हो गई। परिजन मंगलवार की शाम शव लेकर चंदला पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया और मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी। चंदला थाना प्रभारी कमल सिंह ठाकुर ने बताया कि मारपीट के बाद दोनों पक्षों पर मामला दर्ज किया गया था, आज एक व्यक्ति की मौत हुई है। एफआईआर में धारा बढ़ाई जाएगी।