छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार और बीजेपी संगठन का विस्तार एक साथ हो सकता है। बीजेपी नेताओं ने इस ओर संकेत दिए हैं। आने वाले कुछ दिनों में ही इसका निर्णय हो जाएगा। सीएम विष्णुदेव साय सहित बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी इस संबंध में बयान जारी कर चुके है। बीजेपी सूत्रों के अनुसार अगस्त महीना नियुक्तियों वाला होने वाला है। कार्यकर्ताओं को सौगात देने वाली लिस्ट बन चुकी है, बस जारी होना बाकी है। दो नए नामों MLA शामिल हुए मंत्री बनने की रेस में साय कैबिनेट में मंत्रियों के तीन पद रिक्त है। इन पदों के सबसे प्रबल दावेदारों की लिस्ट में सीनियर विधायक अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर और गजेंद्र यादव का नाम अब तक सामने आ रहा था। सीएम विष्णुदेव साय के दिल्ली प्रवास से लौटने के बाद मंत्री बनने की रेस में दो नए नाम और सामने आए है। मंत्री बनने की रेस में MLA राजेश अग्रवाल और आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब का नाम भी जुड गया है। अब देखना यह है, किसको साय संगठन में जगह मिलेगी। इस समीकरण को फॉलाे कर सकती है बीजेपी अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल, आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब और दुर्ग के विधायक गजेंद्र यादव का नाम सामने आ रहा है। गुरु खुशवंत साहेबएससी/एसटी समुदाय से आते है। विधायक गजेंद्र यादव ओबीसी और विधायक राजेश अग्रवाल जनरल समुदाय से आते है। इन तीनों को कैबिनेट में शामिल करके बीजेपी तीन वर्ग तक पहुंच सकती है। ये MLA मंत्री पद की रेस में अब आगे (ग्राफिक्स) अमर अग्रवाल: गजेंद्र यादव: गुरु खुशवंत साहेब: राजेश अग्रवाल: इन पदों पर भी होगी नियुक्ति भाजपा तीन प्रदेश मंत्री के साथ-साथ नई कार्यकारिणी की भी नियुक्त होगी। इनमें 7 मोर्चा, 30 प्रकोष्ठ अध्यक्ष और 2 प्रदेश महामंत्री चुने जाएंगे। प्रदेश भाजपा संगठन की नई कार्यकारिणी के ऐलान में भी विलंब हो रहा है। दरअसल, निगम-मंडल में पार्टी के करीब 20 नेताओं को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष जैसे पदों की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। महिला मोर्चा अध्यक्ष का भी चेहरा बदलेगा भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी भी चर्चा में है। मौजूदा अध्यक्ष शालिनी राजपूत को सरकार द्वारा हस्तशिल्प विकास बोर्ड का प्रमुख नियुक्त किया गया है। ऐसे में अब इस पद पर किसी सक्रिय और प्रभावशाली महिला नेता को जिम्मेदारी सौंपे जाने की संभावनाएं बन रही हैं। भाजपा नेत्रियां भी इस पद को लेकर अपनी दावेदारी मजबूत कर रही हैं। आपसी सहमति से संगठन विस्तार का प्रयास संगठन से जुड़े जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में संगठन के विस्तार के लिए किसी प्रकार के नए फार्मूले पर काम नहीं हो रहा है। केवल यह देखा जा रहा है कि कौन कार्यकर्ता संगठन के लिए कितनी ईमानदारी और समर्पण से काम कर सकता है। इसके आधार पर सीनियर नेताओं के साथ तालमेल बिठाकर संगठन विस्तार की कवायद की जा रही है।