छत्तीसगढ़ शिक्षक साझा मंच की प्रदेश स्तरीय बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मंच ने युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में व्यापक भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। कोंडागांव जिला संयोजक ऋषिदेव सिंह के मुताबिक, प्रदेश भर में आंदोलन सफल रहा। राज्य सरकार ने पुलिस बल का सहारा लेकर शिक्षकों पर दबाव डालकर काउंसलिंग करवाई। यह पहली बार है जब प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस की मौजूदगी में काउंसलिंग कराई गई। मंच का आरोप है कि जिला शिक्षाधिकारियों और विकासखंड शिक्षाधिकारियों ने व्यापक भ्रष्टाचार किया। वरिष्ठ शिक्षकों को अतिशेष घोषित कर दिया गया, जबकि कनिष्ठ शिक्षकों को स्कूलों में बनाए रखा गया। वरिष्ठता सूची का प्रकाशन नहीं किया गया और रिक्त पदों को छिपाया गया। चहेतों को लाभ पहुंचाने का आरोप आरोपी यह भी है कि कई जिलों में अधिकारियों ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाया। जिन स्कूलों से शिक्षकों को अतिशेष बताया, वहीं दूसरे शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई। इन मुद्दों को लेकर मंच ने युक्तियुक्तकरण को रद्द करने और स्कूलों में 2008 का सेटअप लागू करने की मांग की है। आंदोलन को जारी रखने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है।


