छात्रा के साथ छेड़खानी का आरोपी टीचर अरेस्ट:अयोध्या में एक दिन पहले धरना प्रदर्शन हुआ था

अयोध्या जिले के थाना हैदरगंज क्षेत्र में नाबालिक छात्रा के आत्महत्या के मामले में हैदरगंज पुलिस ने आरोपी शिक्षक लवकुश सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षक पर छात्रा को प्रताड़ित करने का आरोप है। परिजन व स्थानीय लोग थाना अध्यक्ष मोहम्मद अरशद को सस्पेंड करने की कर रहे मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया बताते चले कि छेड़खानी से तंग आकर आत्महत्या करने वाली पीड़िता के परिवार को धमकी देने के आरोपी शिक्षक का साथ देने का आरोप थानाध्यक्ष हैदरगंज पर लगा है। थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने की मांग को लेकर शहर के तिकोनिया पार्क में परिजनों व स्थानीय लोगो ने बुधवार को जमकर प्रदर्शन किया।इसके कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। प्रदर्शनकारियों ने थानाध्यक्ष मो अरशद पर सुलह न करने पर मृतका के भाई का भविष्य खराब करने की धमकी देने का आरोप लगाया है। शिक्षक पर छेड़खानी व धमकी देने का आरोप लगा था थाना हैदरगंज क्षेत्र में 16 वर्ष की नाबालिग व इंटर की छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी। जिसमें एक शिक्षक पर छेड़खानी व धमकी देने का आरोप लगा था। घटना 14 दिसम्बर को हुई थी। जिसमें मृतका का भाई व पिता अगले दिन मामले की रिपोर्ट लिखवाले के लिए थाने गये तो उन्हें थानाध्यक्ष ने काफी प्रताड़ित किया। घटना के पांच दिन बाद उच्चाधिकारियों के आदेश व राजनैतिक दबाव के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़ित भाई का कहना है कि शिक्षक की प्रताड़ना से बहन ने आत्महत्या कर ली मुकदमा दर्ज होने के बाद भी थानाध्यक्ष का रवैया पीड़ित पक्ष के खिलाफ था। जिसके विरोध में बड़ी संख्या में परिजन व स्थानीय लोग बुधवार को शहर के तिकोनिया पार्क पहुंचे व प्रदर्शन किया।मृतका के भाई का कहना है कि शिक्षक की प्रताड़ना से बहन ने आत्महत्या कर ली। शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो हैदरगंज थानाध्यक्ष ने नाबालिग मृतक बहन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। हमारे मोबाइल का डाटा खंगाला। समझौते न करने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। आरोपी बढ़े हुए मनोबल के कारण भविष्य खराब करने की धमकी दे रहा है।प्रदर्शनकारियों का कहना था कि थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया जाय। आरोप था कि थानाध्यक्ष समझौते के लिए दबाव बनाते रहे आत्महत्या से कुछ समय पहले आरोपी का फोन छात्रा के मोबाइल पर आया था। अगले दिन जब थाने पहुंचे तो उन्हें बेइज्जत करके थाने से भगाया गया। जब उच्चाधिकारियों के आदेश पर मुकदमा पंजीकृत हुआ तो थानाध्यक्ष समझौते के लिए दबाव बना रहा है। प्रदर्शन करने वालों में आदर्श ब्राहमण फाउन्डेशन के धीरेन्द्र त्रिपाठी, समाजसेवी उपेन्द्र प्रसाद दुबे व स्थानीय लोगो की मौजूदगी रही।

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