प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बुधवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर छिंदवाड़ा पहुंचे। एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने प्रदेश के कृषि हालात पर सरकार को जमकर घेरा। मक्का के दाम और यूरिया की किल्लत पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज कृषि क्षेत्र की जो हालत है, वह मध्य प्रदेश का दुर्भाग्य है। कमलनाथ ने कहा, “हमारी 70% अर्थव्यवस्था कृषि एवं उससे जुड़े व्यवसायों पर आधारित है। यह जरूरी नहीं कि 70% लोग किसान ही हों- कोई ट्रैक्टर चलाता है, कोई मरम्मत करता है, कोई परिवहन करता है। कृषि से कई गतिविधियां जुड़ी हैं।” ‘यूरिया के लिए भटकना सरकार की नाकामी’
पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक रीढ़ माने जाने वाले किसानों को राहत देने के बजाय सरकार उनकी समस्याओं को बढ़ा रही है। उन्होंने कहा, “आज किसान यूरिया के लिए परेशान घूम रहा है, यह सरकार की नाकामी है।” उन्होंने मक्का के समर्थन मूल्य और खरीदी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए। शाम को कांग्रेस कमेटी की बैठक
मीडिया से चर्चा के बाद कमलनाथ विभिन्न कार्यक्रमों के लिए रवाना हो गए। शाम को वे जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में शामिल होंगे, जहां संगठन की आगामी गतिविधियों और रणनीति पर चर्चा की जाएगी। नकुलनाथ ने संभाला मोर्चा
गौरतलब है कि एक तरफ कमलनाथ ने एयरपोर्ट पर सरकार को घेरा, वहीं दूसरी तरफ उनके बेटे और पूर्व सांसद नकुलनाथ चौरई में ‘किसान बचाओ आंदोलन’ में शामिल होकर किसानों के बीच पहुंचे।


