प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव जनवरी-फरवरी में होने के संकेत मिल रहे हैं। जनवरी में निकाय चुनाव और फरवरी के पहले हफ्ते तक पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इससे पहले विधानसभा के शीत सत्र के ठीक बाद 21 दिसंबर को राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के आसार हैं। बता दें कि शीत सत्र 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक प्रस्तावित है। ऐसे में 20 की शाम या 21 दिसंबर को निकाय चुनावों की तारीख घोषित होने का संकेत है। निर्वाचन आयोग की तरफ से चुनाव की प्रक्रियाओं को लगभग पूरा कर लिया गया है। सरकारी संसाधनों और सुरक्षा के मद्देनजर निकाय व पंचायत चुनाव 5 से 6 चरणों में कराए जाने के संकेत हैं। निकाय चुनाव के लिए जनवरी में मतदान कराया जाएगा। जबकि पंचायत चुनाव की प्रक्रियाएं जनवरी में शुरू हो जाएंगी, लेकिन फरवरी के पहले और दूसरे हफ्ते में निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होगी। बता दें कि विधानसभा का बजट सत्र फरवरी के अंतिम हफ्ते में होना है। ऐसे में इससे पहले निकाय और पंचायत चुनाव की प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी। वर्तमान में प्रदेश में 14 नगर निगम, 52 नगर पालिका परिषद और 123 नगर पंचायत है। 15 तक आरक्षण की प्रक्रिया
निकाय और पंचायत चुनाव के लिए तय किए गए नए आरक्षण रोस्टर को भी लागू करना है। आरक्षण के नए रोस्टर के हिसाब से लॉटरी के जरिए निकायों में आरक्षण की व्यवस्था लागू होगी। पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 14 दिसंबर तक हो जाएगा। साथ ही 15 दिसंबर तक आरक्षण की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसके बाद कभी भी आचार संहिता की घोषणा की जा सकती है।