{राज्य में अब तक अंतर विभागीय समन्वय विकसित नहीं, इसलिए बढ़ी समस्या राजधानी समेत पूरे झारखंड में सड़क निर्माण की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है। जमीन अधिग्रहण में देरी, अतिक्रमण हटा पाने में प्रशासनिक असमर्थता और यूटिलिटी शिफ्टिंग जैसे पाइल लाइन, बिजली के पोल नहीं हटाया जाना इसके बड़े कारण के रूप में सामने आ रहे हैं। नतीजा यह है कि रांची सहित पूरे राज्य में चल रहे 258 सड़क, पुल-पुलिया और आरओबी निर्माण में से 127 के बनने की रफ्तार धीमी हो गई है। अकेले राजधानी में चल रही 14 सड़क योजनाओं में से आठ के बनने की रफ्तार धीमी पड़ चुकी है। रांची में आठ सड़क योजनाएं एक से चार साल तक विलंब से चल रही हैं। कारण वही है- समय से जमीन का अधिग्रहण नहीं होना, अतिक्रमण नहीं हटा पाना और यूटिलिटी शिफ्टिंग नहीं होना। हद तो यह है कि इन सारी समस्याओं को दूर करने के लिए विभागों के बीच तालमेल तक नहीं है। अब तक अंतर विभागीय समन्वय विकसित नहीं हो पाया है। एक सड़क को बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण, बिजली लाइन, वाटर सप्लाई पाइप शिफ्टिंग, फॉरेस्ट लैंड क्लीयरेंस आदि की जरूरत पड़ती है। मगर इन्हें पूरा करने में संबंधित विभाग के पसीने छूट जाते हैं। नतीजतन या तो योजना समय पर शुरू नहीं हो पाती हैं या शुरू होती भी हैं तो समय पर पूरी नहीं हो पाती हैं। जिसका खमियाजा अंतत: जनता को भुगतना पड़ता है। रांची में ये आठ सड़क योजनाएं… 1 से 4 साल विलंब से चल रहीं 1. योजना : बिरसा मुंडा एयरपोर्ट हुंडरू-हेथू-चंदाघासी-रिंग रोड सड़क और ब्रिज निर्माण। लंबाई : 6.95 किमी, लागत : 28060.25 करोड़ अब तक कार्य पूर्ण : 22 प्रतिशत देरी का कारण: जमीन अधिग्रहण, पेड़ नहीं कटना। 2. योजना : दुर्गा सोरेन चौक नामकुम से रामपुर रिंग रोड तक फोर लेन सड़क निर्माण लंबाई : 8.86 किमी, लागत : 6560.421 करोड़ अब तक कार्य पूर्ण : 00 प्रतिशत देरी का कारण : जमीन अधिग्रहण, पेड़ का नहीं कटना, यूटिलिटी शिफ्टिंग। 3. योजना : एप्रोच रोड सेंट्रल यूनिवर्सिटी लंबाई : 1.78 किमी लागत : 5344.39 करोड़ अब तक कार्य पूर्ण : 90 प्रतिशत देरी का कारण : जमीन अधिग्रहण। सामूहिक जिम्मेवारी से काम करें अफसर मरम्मत के अभाव में टूटी पड़ी सड़क। तीन साल से अधिक देरी से चल रहीं योजनाएं 1. योजना : रांची रेलवे स्टेशन का दूसरा एप्रोच रोड शहीद गोरखा चौक से नेपाल हाऊस के पीछे 1.50 किमी सड़क निर्माण, राजेंद्र चौक से से महात्मा गांधी मार्ग-पंचवटी प्लाजा से रांची रेलवे स्टेशन सड़क और एक ब्रिज निर्माण। लंबाई : 2.57 किमी, लागत : 7231.801 करोड़ अब तक कार्य पूर्ण : 90 प्रतिशत देरी का कारण : जमीन अधिग्रहण, पेड़ नहीं कटना एवं यूटिलिटी शिफ्टिंग 2. योजना : कोदोजोरा मोड़ से लोहरदगा मेन रोड भाया घाघरा पंडेपारा रोड चौड़ीकरण लंबाई : 7.62 किमी, लागत : 1794.10 करोड़ कार्य एलॉट : 18.11.2021 पूर्ण होने की अवधि : 08. 17.2022 अब तक कार्य पूर्ण : 76 प्रतिशत देरी का कारण: जमीन अधिग्रहण, पुल का डिजाइन एक से 3 साल देर से चल रहीं सड़क योजनाएं 1. योजना : नेवरी विकास विद्यालय से कोकर चौक तक फोर लेन सड़क चौड़ीकरण लंबाई : 15.21 किमी, लागत : 12961.72 करोड़ अब तक कार्य पूर्ण : 72 प्रतिशत देरी का कारण: जमीन अधिग्रहण, पेड़ नहीं कटना 2. योजना: बरियातू-बोड़ेया सड़क चौड़ीकरण लंबाई : 3.75 किमी, लागत : 11135.41 करोड़ अब तक कार्य पूर्ण : 20 प्रतिशत देरी का कारण: जमीन अधिग्रहण, ब्रिज डिजाइन चेंज 3. योजना: फोर लेन आरओबी एचईसी से गुमला रोड, लीयू रोड क्रॉसिंग रांची से पिस्का रेलवे स्टेशन। लंबाई : 445 मीटर, लागत : 2676.84 करोड़ अब तक कार्य पूर्ण : 45 प्रतिशत देरी का कारण : नया सराय के पास अतिक्रमण, पेयजल एवं जुडको के पाइप लाइन समस्या