जयपुर में फिनटेक पार्क, मॉल और रेजिडेंशियल स्पेस बनाने के लिए जंगल के 2500 पेड़ काटे जाएंगे। इनमें बड़ी संख्या में खेजड़ी के पेड़ भी शामिल हैं। लोग यहां लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को भी लोगों ने तारों की कूंट इलाके के तरु छाया नगर में डोल का बाढ़ वन क्षेत्र के बाहर प्रदर्शन किया। लोगों ने काली पट्टी बांधकर फिनटेक पार्क बनाए जाने और एक दिन पहले कार्यकर्ताओं को पुलिस के पकड़ने का विरोध किया। दरअसल, जयपुर में एयरपोर्ट के पास तारों की कूंट इलाके में डोल का बाढ़ क्षेत्र में रीको की ओर से फिनटेक पार्क और पीएम यूनिटी मॉल बनाया जाना प्रस्तावित है। पीएम यूनिटी मॉल के निर्माण के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं। रीको की ओर से 17 जनवरी को 170 करोड़ रुपए में इस कार्य के लिए टेंडर जारी किया गया है। इसके लिए 540 दिन में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कुछ दिन पहले यहां टीनशेड लगाने का काम भी शुरू हो गया है। वहीं, टेंडर जारी होने के बाद ढोल का बाढ़ संघर्ष समिति और स्थानीय लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। मॉल के निर्माण कार्य से 600 से 700 पेड़ काटे जाएंगे ढोल का बाढ़ संघर्ष समिति और स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से यहां 100 एकड़ भूमि में तकरीबन 2500 पेड़ काटे जाएंगे। अभी जो मॉल बनाया जा रहा है। वह घने वन क्षेत्र में बनाया जा रहा है। इस मॉल के निर्माण कार्य से 600 से 700 पेड़ काटे जाएंगे। इस इलाके को कुंज कहा जाता है। यह इलाका शहर के बीचों-बीच एक हरा भरा जंगल है। इसे नहीं काटा जाना चाहिए। यह पशु-पक्षियों का आशियाना है, जिसे उजाड़ना सही नहीं है। कम से कम 15 हजार स्कवॉयर फीट का एरिया तो छोड़े पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) की नेशनल प्रेसिडेंट कविता श्रीवास्तव ने बताया- आज हमने काली पट्टियां बांधकर प्रदर्शन किया है। क्योंकि हमारा शांति पूर्ण प्रदर्शन था। इससे पहले भी हमने चिट्ठियां देकर अपनी मांग की। हमारी मांग है कि इस प्रोजेक्ट को यहां से हटाया जाए या फिर इसमें बदलाव किए जाएं। यहां 15 हजार स्क्वायर फीट का एरिया है, जिसमें यूनिटी मॉल बनाया जाना है। इसके अंदर यह कुंज आ रहा है। यूनिटी मॉल का नक्शा बदल सकते हैं। यह शहर का आखिरी ग्रीन स्पेस बचा है पेड़ों को कटने से रोकने के लिए प्रदर्शन कर रहे आशुतोष रांका ने बताया- ये लड़ाई एक जंगल को बचाने की लड़ाई है। रेगिस्तान और जयपुर के बीच 100 एकड़ का ये जंगल बॉयोडाइवर्सिटी से भरपूर है। हम सुबह से यहां एकत्रित हुए हैं। सरकार हमें चाहे कितना ही डरा धमका ले, हम यहां से एक भी पेड़ नहीं कटने देंगे। क्योंकि इस शहर का यह आखिरी ग्रीन स्पेस बचा है। हम सब लोग समझते हैं कि इंडस्ट्री, फिनटेक पार्क और मॉल जरूरी है। इसलिए हमारी लड़ाई ये नहीं है कि मॉल नहीं बनने चाहिए। हम ये चाहते हैं कि मॉल उस जगह बने, जहां प्रकृति को नुकसान न पहुंचे। हमारी लड़ाई बस ये कहती है कि प्रकृति के साथ आप प्रगति करिए। हमनें मुख्यमंत्री कार्यालय, रीको और सरकार को एक डिटेल्ड प्रपोजल दिया था। इसमें हमनें यह विकल्प दिया कि आप इस 100 एकड़ के जंगल को बायोडायवर्सिटी पार्क में बदल सकते हैं। इसमें आप बहुत से नेचर ट्रेल रखें, वर्ल्ड टूर करवा सकते हैं। एक स्टेट ऑफ द आर्ट क्लाइमेट म्यूजियम बनवा सकते हैं। इससे राजस्थान एक उदाहरण बन सकता है। इसके अलावा यहां जो 20 से 30 एकड़ की खाली जमीन है, जहां पेड़ कम है। आप मॉल वहां बना लीजिए। पुलिस हमें ले गई, हमसे छीना झपटी भी की गई प्रदर्शन कर रहे चंद्रवीर ने बताया- हम जंगल को बचाने के लिए बैठे हैं। सरकार यहां पर मॉल बनाना चाह रही है। हम इसके लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन भी लगभग खत्म हो चुका था। केवल दो से तीन लोग बचे थे। हम घर की ओर निकल रहे थे। तब पुलिसवालों ने आकर हमें उठा लिया। इसके बाद रास्ते में 6 से 7 थाने आए। मगर वे हमें दूर थाने में लेकर गए। हमने फोन करने की कोशिश की तो उस वक्त हमसे छीना-झपटी भी की गई। इसमें हमारे चोट – खरोंच भी आई। हमें न वकील से बात करने दी। साथ ही हमें कुछ धारा लगा एक कागज पर साइन करने के लिए भी फोर्स किया गया। यहां बड़ी संख्या में राज्य वृक्ष खेजड़ी भी है प्रदर्शन कर रहे सवाई सिंह ने कहा- आप देख रहे हैं डोल का बाढ़ में किस तरह के हालत बने हैं। एक जंगल को उजाड़ने की योजना चल रही है। एक तरफ सरकार ऐलान करती है कि पेड़ लगाओ जंगल बचाओ और उन पर खूब खर्च करती है। यहां प्रकृति ने इतना अच्छा जंगल बना रखा है। यहां सैकड़ो साल पुराने पेड़ भी हैं। उनको उजाड़ कर उद्योग बनाया जा रहा है। जो खेजड़ी हमारे राज्य का वृक्ष है। उसको भी समाप्त करने की बात हो रही है। यहां बड़ी संख्या में खेजड़ी के कई बड़े पेड़ है। उनको भी उजड़ा जाएगा। यह जन विरोधी नीति है। सरकार यहां 3 परियोजनाएं बना रही है दरअसल, 2024 में सरकार ने इस भूमि पर तीन परियोजनाएं बनाने का निर्णय लिया था। पीएम यूनिटी मॉल राजस्थान मंडपम, कुछ रेजिडेंशियल स्पेस और एक छोटा फिनटेक पार्क। रीको ने यूनिटी मॉल के लिए टेंडर जारी कर दिया। जंगल का मुख्य भाग इस परियोजना के नक्शे में चिह्नित किया गया है। इससे 600 पेड़ नष्ट हो सकते हैं। डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम ने कहा- रीको के एक वैध टेंडर में काम चल रहा है। प्रधानमंत्री बजट घोषणा के अनुपालना में वहां एक मॉल बन रहा है। उनके काम को कुछ लोगों ने बाधित किया। इसके बाद रीको ने उनके खिलाफ सांगानेर थाने एफआईआर करवाई है। क्योंकि वे लोग काम को रोक रहे थे, इसलिए उन्हें वहां से हटाया गया। हम जांच कर रहे हैं।