जयपुर के जे.के. लोन हॉस्पिटल में मैनेजमेंट की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां किडनी की बीमारी से ग्रसित एक दस साल के बच्चे को गलत खून चढ़ा दिया। मामला 9 दिसंबर का है। मंगलवार को जब मामला सामने आया तो हॉस्पिटल अधीक्षक कैलाश मीणा की ओर से कमेटी बनाई गई है। दावा किया जा रहा है कि-बच्चे की हालात अभी स्थिर है। डायलिसिस चल रहा था बच्चे का, ब्लड बैंक की गलती आई सामने जानकारी के अनुसार 10 साल के बच्चे की किडनी के बीमारी की शिकायत थी। बचपन से ही उसकी किडनी छोटी थी। 5 दिसंबर को जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो परिजन जेके लोन हॉस्पिटल लेकर आए। यहां उसे क्रिटिकल केयर यूनिट में एडमिट करवाया गया था। बच्चा कैलाश मीणा की यूनिट में ही एडमिट था। बच्चे का ब्लड ग्रुप O पॉजिटिव है। 7 दिसंबर को ब्लड चढ़ाना था। इस दौरान ब्लड बैंक की ओर से O पॉजिटिव की जगह AB पॉजिटिव ब्लड दे दिया और चढ़ा दिया गया। दो दिन बाद 9 दिसंबर को दोबारा ब्लड चढ़ाया, जो AB पॉजिटिव था। इस दौरान जब मरीज की फाइल सामने आई तो इस पूरी गड़बड़ का खुलासा हुआ। जांच में सभी चीजें नॉर्मल
सूत्रों के मुताबिक इस घटना के बाद बच्चे की जांचे करवाई गई तो सभी नॉर्मल आई है। हालांकि गलत ब्लड ग्रुप चढ़ाने का बच्चे पर अभी तक कोई रिएक्शन नहीं दिखा है। बताया जा रहा है कि बच्चे की बचपन से किडनी छोटी होने के कारण खराब थी। वहीं उसका क्रिएटिनिन लेवल भी 8 mg के करीब था, जो बच्चों में 1 mg के करीब होना चाहिए। इधर, हॉस्पिटल सूत्रों का कहना है कि बच्चे की पहले से किडनी की बीमारी होने के कारण रिएक्शन नहीं आ रहा होगा। हालांकि बताया जा रहा है कि कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पाएगा कि ये गलती किसकी वजह से हुई है।