छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने ठगी के आरोपी को गिरफ्तार किया है। 14 जुलाई को उसे कुनकुरी से पकड़ा गया है। आरोपी चार साल से फरार चल रहा था। उसने महिला स्व-सहायता समूहों से 35 लाख रुपए की ठगी की थी। यह मामला आस्ता थाना क्षेत्र का है। सोमवार को पुलिस की टीम ने संदीप खंडेल (41) को अरेस्ट किया है। पूछताछ में पता चला कि संदीप भारत फाइनेंस और स्पंदना कंपनी में मैनेजर था। वह पिछले चार साल से भोपाल और इंदौर में ठिकाने बदल-बदलकर रह रहा था। ऐसे दिया वारदात को अंजाम आरोपी ने अपने दो साथियों राजेंद्र सिंह रौतिया और सूरजमणि भगत के साथ मिलकर ठगी की थी। इन्होंने आस्ता, मनोरा, माड़ो, बहेरना समेत कई गांवों की महिलाओं को निशाना बनाया। महिलाओं को भारत फाइनेंस और स्पंदना कंपनी से 25-25 हजार रुपए का लोन दिलवाया था। हर महिला से 11-11 हजार रुपए लिए इसके बाद आरोपियों ने वन क्लिक शॉप कंपनी के नाम पर हर महिला से 11-11 हजार रुपए ले लिए। बाकी रकम खुद रख ली। इस तरह कुल 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई। हालांकि, इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। इस मामले में दो अन्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। ऑपरेशन अंकुश के तहत की गई कार्रवाई 19 अगस्त 2021 को सूरजमणि भगत (33) और 13 सितंबर 2021 को राजेंद्र सिंह रौतिया (40) को गिरफ्तार किया गया था। मामले में एसपी शशि मोहन सिंह ने कहा, ऑपरेशन अंकुश के तहत पुराने मामलों के फरार आरोपियों की लगातार गिरफ्तारियां की जा रही हैं। इसी के तहत संदीप खंडेल को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस की टेक्निकल टीम लगातार निगरानी में लगी हुई है और ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा।