जानलेवा हमले के 5 आरोपी गिरफ्तार:​​​​​​​डीएसटी टीम ने 2 बाइक बरामद की, पुलिस ने करवाई गीता आश्रम पर परेड

एक युवक पर जानलेवा हमला करने वाले 5 आरोपियों को जैसलमेर पुलिस की विशेष टीम ने 2 दिन में ही पकड़ा। वहीं उनके पास से 2 बाइक भी बरामद की। जिला विशेष टीम व शहर कोतवाली ने शहर में जानलेवा हमला कर दहशत फैलाने वाले पांचों आरोपियों की मंगलवार को गीता आश्रम पर परेड भी करवाई। जैसलमेर पुलिस की जिला विशेष टीम (डीएसटी) के प्रभारी हेड कॉन्स्टेबल भीमराम सिंह ने बताया- 11 दिसंबर को गीता आश्रम पर देर रात एक युवक तेजकरन पर तलवार, सरियों और पत्थरों से वार कर जानलेवा हमला करने वाले पांच आरोपियों को टीम ने पकड़ा और मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने सबको जेल भेज दिया। पांचों ने एक युवक पर किया था जानलेवा हमला
शहर कोतवाल सवाई सिंह ने बताया- 15 दिसंबर को पीड़ित युवक तेजकरण पुत्र गोरधनराम मेघवाल ने बयान देकर बताया कि उस पर 5 युवकों ने घात लगाकर हमला किया। उसने बताया कि 11 दिसंबर की रात में करीबन 11 पीएम पर मेरे को लोकेश का फोन आया उसने बताया गीता आश्रम चौराहा के पास मेरे को लेने आ जाओ जिस पर मैं व रेवताराम गीता आश्रम चौराहा पहुंचे। वहां पर लोकेश मिला फिर कुछ देर बाद रेवताराम के पास भुपत का फोन आया और रेवताराम को बोला की हम तेजकरण को जान से मारेगें तु यहां से चला जा। घात लगाकर हमला किया
रेवताराम ने मुझे बोला की तू यहाँ से चला जा भुपत व उसकी गैंग तुझे जान से मार देगें। तो मै वहा से मेरी बहिन के घर गफूर भटटा जाने के लिये पैदल ही निकला। गीता आश्रम से गफूर भटटा जाने वाली रोड पर लगभग 50-60 मीटर आगे अचानक मेरे पीछे से 3-4 मोटरसाइकिल आकर रुकी और पीछे से तलवार से मेरे सिर पर वार किया। जिससे मैं वहीं पर गिर गया तो मैने देखा कि चिराग गोस्वामी, कुलदीप इणखिया, सुनिल चावला (बाबू कबाडी), जसराज गोस्वामी, भूपत गोस्वामी, शक्ति अन्य को मैने देखा वो सभी लोग लोहे के सरिये तथा तलवार लेकर मेरे उपर वार करने लगे। मैंने वहां से भागना चाहा लेकिन कुलदीप इणखिया ने मेरे पैरो पर सरिये से वार किया जिससे मै, वहां गिर गया। फिर यह सभी लोग सरियों से और तलवार से तथा वहा पर पड़े पत्थरों से मुझे मार कर अधमरा करके वहां से भाग गए। पुलिस ने पीड़ित के बयान पर मामला दर्ज जांच शुरू की। 2 दिन में ही किया गिरफ्तार
जानलेवा हमले की घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर सुधीर चौधरी के आदेशानुसार शहर कोतवाल सवाई सिंह व डीएसटी प्रभारी हैड कॉन्स्टेबल भीमराव सिंह के नेतृत्व में अलग अलग पुलिस टीमें गठित की गई। टीमों द्वारा आरोपियों की तलाश कर मोबाइल लोकेशन आदि की मदद से चिरागगिरी, जसवन्त गिरी, सत्यनारायण उर्फ शक्ति, सुनिल उर्फ बाबू कबाड़ी व घनश्याम उर्फ रॉकी को गिरफ्तार किया गया। जांच के बाद सभी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया। पुलिस ने करवाई परेड
​​​​​​​शहर में 11 दिसंबर को हुई इस घटना से दहशत के माहौल को कम करने के लिए पुलिस ने सभी बदमाशों की मंगलवार को परेड करवाई। गीता आश्रम इलाके में सड़क पर पुलिस ने सभी आरोपियों की परेड करवाई ताकि लोगों में इन बदमाशों का डर खत्म हो।

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