भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा नेशनल इलिजबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट रविवार को शहर के 9 परीक्षा केंद्रों में हुआ। डीसी साक्षी साहनी ने आदेश जारी किए थे कि इन सेंटरों के 100 मीटर के दायरे में जिला प्रशासन ने धारा 163 भी लागू कर दी है। पेपर शुरू होने से पहले सेंटरों के बाहर काफी भीड़ देखने को मिली। बता दें कि डीसी साक्षी साहनी ने कहा था कि मंत्रालय की तरफ से स्टूडेंट्स को जो भी सामान ले जाने की इजाजत होगी, वह ही परीक्षा केंद्रों में ले जाने दिया जाएगा। इस मौके नीट परीक्षा को लेकर कड़ी चौकसी बरती गई। रविवार को एग्जामिनेशन सेंटर में मोबाइल, एयर फोन, माइक्रोफोन, पेपर हैल्थ बैंड, स्पीकर, हैडफोन आदि नहीं ले जाने दिए गए। यहां तक कि परीक्षार्थियों की चेन और कानों की बालियां भी उतरवाई गई। सभी 9 सेंटरों के बाहर और अंदर भी सभी प्रबंध पूरे किए गए थे। नीट का टेस्ट देने आए परीक्षार्थी सुबह 11 बजे ही सेंटरों के बाहर इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। स्टूडेंट्स सिर्फ पोस्टकार्ड, फोटोग्राफ सहित एडमिट कार्ड और पहचान के लिए पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड, राशन कार्ड या स्टूडेंट्स आईडी कार्ड से चैकिंग की गई। वहीं 2 बजे नीट का टेस्ट शुरू हुआ जो 5 बजे तक जारी रहा। यहां बताना जरूरी है कि नीट का टेस्ट देने आए नॉर्मल लोगों को तीन घंटे का पेपर था वहीं डिसएबल परीक्षार्थियों के लिए 1 घंटे के पीछे 20 मिनट दिए गए। यानि डिसएबल को 4 घंटे तक पेपर देने की सुविधा दी गई। पेपर शुरू होने से पहले सभी परिजन सेंटरों के बाहर रहे पेपर शुरू होने के बाद परीक्षार्थियों के साथ आए परिजन सेंटर से दूर-दूर हो गए। इस दौरान सभी सेंटरों में पुलिस की तैनाती रही।