वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत 16 दिसंबर को अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर ने जी किड्स इंटरनेशनल स्कूल इंदौर के वार्षिकोत्सव में पहुंचकर स्टूडेंट्स व पेरेंट्स को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया। जी किड्स इंटरनेशनल स्कूल द्वारा रवींद्र नाट्यगृह में आयोजित वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में एडीशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया मौजूद थे। स्कूल के संचालक जुगल किशोर गुर्जर दोगने ने अतिथि स्वागत किया। दंडोतिया ने समारोह में उपस्थित करीब 500 स्टूडेंट्स, पेरेंट्स एवं स्टाफ को संबोधित करते हुए बच्चों को कड़ी मेहनत करने की सीख दी और पेरेंट्स व टीचर्स को उनका सही मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया। एडीशनल डीसीपी ने बताए साइबर फ्रॉड से बचने के तरीके इस अवसर पर एडीशनल डीसीपी ने साइबर अवेयरनेस की 348वीं कार्यशाला लगाकर सभी को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों और इनसे बचने के तरीकों की जानकारी दी। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड तथा सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर किस प्रकार अपराधी हमें अपना शिकार बनाते हैं आदि के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन-1930, cybercime.gov.in तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें। पुलिस इन पर किस प्रकार कार्रवाई करती है। साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में विभिन्न केसों के माध्यम से बताया। उन्होंने सभी से कहा कि हम सभी दिन प्रतिदिन इन नई-नई तकनीकों से रूबरू हो रहे हैं, लेकिन जल्दबाजी में इसमें ध्यान रखने वाली सावधानियों पर ध्यान नहीं देते हैं और यही इन साइबर अपराधियों के लिए सबसे बड़ा मौका बन जाता है। इन खतरों से बचने का एकमात्र समाधान, इसके संबंध में जानकारी, सतर्कता और जागरूकता ही है।अतः डिजिटल किसी भी काम को करते समय पूर्ण सावधानी रखें, ऑनलाइन पढ़ाई, ऑनलाइन गेम या इंटरनेट पर काम के दौरान किसी अनजान कॉल/फर्जी लिंक, APK फ़ाइल, लुभावने ऑफर से भी बचकर रहे और अपनी निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति से शेयर न करें। साथ ही किसी अनजान के फोन पर किसी भी तरह का डर दिखाने पर डरे नही, डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ भी नही होता ये भी ध्यान रखे। इस अवसर पर सभी ने साइबर सुरक्षा की बारिकियों को समझा और इंदौर पुलिस के इस साइबर सुरक्षा अभियान की तारीफ की।