जेल से कैदी का वीडियो शेयर, थाने में मामला दर्ज:’क्षत्रिय गैंग’ नाम के इंस्टा अकाउंट पर किया था पोस्ट; मुलाकात के दौरान बनाया

झुंझुनूं जिला जेल में बंद एक कैदी का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। वीडियो ‘क्षत्रिय गैंग’ नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया गया। जेल प्रशासन ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इस संबंध में भास्कर डिजिटल पर खबर प्रकाशित की गई थी। मामला सामने आने बाद कोतवाली थाने मामला दर्ज करवाया गया। जेल प्रहरी घनश्याम ने रिपोर्ट दी। पुलिस ने आईटी एक्ट और जेल अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने वीडियो की जांच शुरू कर दी है और वीडियो बनाने वाले और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले की तलाश कर रही है। जेल में मुलाकात के दौरान बनाया गया वीडियो वीडियो में कैदी सुमित सिंह (19) पुत्र समुन्द्र सिंह जेल में मुलाकात खिड़की से कुछ लोगों से मिलता दिखाई दे रहा है। जेल प्रशासन के अनुसार यह मुलाकात 28 जनवरी 2025 को हुई थी। इस दिन आरोपी से मिले के लिए अमित पुत्र भीम सिंह, नरपान सिंह पुत्र कैलाश सिंह और अभयसिंह पुत्र अशोक कुमार आए थे। इनके साथ एक नाबालिग बच्चा भी था। जेल प्रशासन का मानना है कि शायद बच्चे ने मुलाकात के दौरान वीडियो बनाया। जेल प्रशासन ने जब सुमित से पूछताछ की तो उसने बताया कि वीडियो उसके साथ मुलाकात करने आए लोगों में से किसी एक ने बनाया है। सुमित ने यह भी बताया कि वीडियो बनाने वाला लड़का नाबालिग था। जेल प्रशासन ने पुलिस के कहा- ‘क्षत्रिय गैंग’ अकाउंट बंद करवाएं जेल प्रशासन ने पुलिस से ‘क्षत्रिय गैंग’ इंस्टाग्राम अकाउंट को बंद कराने की भी मांग की है। जेल प्रशासन का मानना है कि इस अकाउंट का इस्तेमाल जेल में बंद कैदियों द्वारा आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। मुलाकातियों के आधार कार्ड की प्रतियां भी सौंपी जेल प्रशासन ने पुलिस को आरोपी से मुलाकात करने आए लोगों के आधार कार्ड की प्रतियां भी सौंपी हैं। पुलिस इन आधार कार्डों की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन लोगों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है। थानाधिकारी नारायण सिंह ने बताया जेल प्रशासन की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही वीडियो बनाने वाले और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले को गिरफ्तार करने की उम्मीद है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस मामले में जेल के किसी कर्मचारी की मिलीभगत तो नहीं है।

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