झरिया के लोदना क्षेत्र स्थित देवप्रभा आउटसोर्सिंग परियोजना में शुक्रवार को की गई ब्लास्टिंग से मोहरीबांध बस्ती में दहशत फैल गई। ब्लास्टिंग से उड़ा एक बड़ा पत्थर बस्ती के एक घर के आंगन में जा गिरा। आंगन में खेल रहा एक वर्षीय बच्चा बाल-बाल बच गया। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बलियापुर-झरिया मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। उन्होंने बीसीसीएल और आउटसोर्सिंग प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि प्रबंधन डीजीएमएस के सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहा है। इससे स्थानीय लोगों का जीवन खतरे में है। पत्थर नीम के पेड़ की डाल को तोड़ते हुए आंगन में गिरा प्रत्यक्षदर्शी ललिता देवी ने बताया कि घटना के समय उनका परिवार आंगन में बैठा था। पत्थर नीम के पेड़ की डाल को तोड़ते हुए आंगन में गिरा। उनके अनुसार बड़ी दुर्घटना होते-होते टल गई। सूचना पर तीसरा थाना प्रभारी सुमन कुमार और घनुवाडीह ओपी प्रभारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बीसीसीएल प्रबंधन से बात कर समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम हटा लिया गया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि ब्लास्टिंग पद्धति और सुरक्षा मानकों में सुधार नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे। यह घटना आउटसोर्सिंग परियोजनाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।