झरिया थाना क्षेत्र के चार नंबर इलाके में स्कूल से मात्र 300 मीटर की दूरी पर ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में जुए का अवैध धंधा चल रहा है। यह जुआ सुलभ शौचालय के सामने खुलेआम चलता है। लोग सुबह से ही कागज-पेन लेकर जुआ खेलने पहुंच जाते हैं। वे पर्चियों में नंबर लिखकर पैसों की बाजी लगाते हैं। एक के बदले दस गुना पैसे जीतने की लालच में दिहाड़ी मजदूर अपनी पूरी कमाई गंवा रहे हैं। कई युवा कर्ज में डूब चुके हैं। अवैध जुआ अड्डों को तुरंत बंद किया जाए पूर्व पार्षद अनूप साव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अवैध जुआ अड्डों को तुरंत बंद किया जाए। भाजपा के झरिया नगर उपाध्यक्ष संजय वर्मा ने भी जिला प्रशासन से कानूनी कार्रवाई की मांग की है। हाल ही में दो युवाओं ने ऑनलाइन जुए में पैसे हारने के बाद आत्महत्या कर ली थी। धनबाद के दूहाटांड़ निवासी विकास कुमार और बलियापुर के विकास रवानी ने कर्ज में डूबने के कारण जान दे दी थी। यह घटना प्रशासन के लिए चेतावनी है। प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो और भी परिवार बर्बाद हो सकते हैं। जुए की लत अब आर्थिक के साथ सामाजिक समस्या भी बन चुकी है।