झारखंड में कई हिस्सों में हो सकती है बारिश:गरज के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बरसात की संभावना, सबसे ठंड रहा लातेहार

झारखंड के कई हिस्सों में बारिश बुधवार को भी जारी रहने के संकेत हैं। मौसम विभाग के अनुसार, पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा को छोड़ सभी हिस्सों में कुछ स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। साथ ही हवा 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। वज्रपात का भी अलर्ट है। वहीं, राज्य में अगले तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले दो दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। लातेहार में वज्रपात से एक युवक की मौत वहीं, मंगलवार की शाम लातेहार में वज्रपात से एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान तारा लाल उरांव (35) पिता शिबू उरांव के रूप में हुई है। तारा लाल मवेशी चराने जंगल गया था। इसी दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई। वह एक पेड़ के नीचे खड़ा होकर बारिश से बच रहा था। तभी वज्रपात की चपेट में आ गया। 18 को भी हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना
इधर, मौसम विभाग ने गुरुवार को राज्य के पश्चिमी हिस्सों को छोड़कर सभी हिस्सों में कुछ स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई है। 19 अप्रैल को पूर्वी और निकटवर्ती उत्तरी हिस्सों में कुछ स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। पुटकी में हुई 93.0 एमएम बारिश
पिछले 24 घंटे में राज्य में करीब सभी स्थानों पर गर्जन और आंधी के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। जबकि कहीं-कहीं पर भारी बारिश और ओलावृष्टि भी हुई। सबसे अधिक बारिश 93.0 एमएम पुटकी (धनबाद) में दर्ज किया गया। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस सरायकेला में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस लातेहार में दर्ज किया गया। ओला से आम व लीची को भी नुकसान
वहीं, लगातार बारिश, तेज हवा और ओलावृष्टि ने किसानों को चिंतित कर दिया है। आम व लीची के मंजर को ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से फल झड़ जा रहे हैं। लीची में लगे फलों को भी ओला से नुकसान पहुंचा है। इन सब्जियों को सबसे अधिक नुकसान
टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च, नेनुआ, ​झिंगी, करेला, गोभी, कद्दू, बंधगोभी, धनिया, तरबूज व खरबूज के पौधे लगे हुए हैं। लगातार बारिश से खेत में पानी जम रहा है। पौधों की जड़ गल जा रही है। ओला वृष्टि से पौधों में लगे फूल झड़ जा रहे हैं।

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