भास्कर न्यूज | अमृतसर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा शुक्रवार को टकसाली कांग्रेसी नेता बलबीर सिंह बब्बी पहलवान के निवास पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। शाम करीब 6 बजे पहुंचे उक्त दोनों नेताओं ने कहा कि यह नई कांग्रेस है, तो टकसाली कांग्रेसी नेताओं को अपने साथ लेकर चलने के लिए उनके घरों तक पहुंच कर चाय पर चर्चा करने की योजना बना कर आई है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह जो एक रियासत के मालिक हैं, वह ऐसे किसी घर में नहीं जाते थे जहां 12 कुर्सियों वाला डाइनिंग टेबल न हो। जिस कारण टकसाली कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता पार्टी से विमुख हो गए थे। इस दौरान राजा वड़िग ने कहा कि जब उन्हें बब्बी पहलवान का फोन आया, तो उन्होंने कहा कि वह चाय पीने के लिए उनके घर आ रहे हैं, जिस पर बब्बी पहलवान ने कहा कि उनका घर काफी छोटा है, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रताप सिंह बाजवा के साथ मिलकर फैसला लिया है कि कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व अब ऐसे ही घरों के उन कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के घर जाएंगे, तो पार्टी के रियासती घरानों के पूर्व नेताओं के चलते पार्टी से दूर हो गए हैं। वहीं, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि वह राजा वड़िंग की बात से एकदम सहमत है। चूंकि बब्बी पहलवान उनके साथ यूथ कांग्रेस के समय से जुड़े हुए हैं, इसलिए वह उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को फिर से एकजुट होकर 2027 में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाने का आह्वान किया। इस मौके पर उन्होंने पूर्व केबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल पर कटाक्ष किया और कहा कि विधानसभा में बहस के दौरान जिस तरह से धालीवाल उनसे भिड़ गए थे, उससे वह हैरान थे। यही कारण है कि उन्होंने उस समय उन्हें यह कह दिया था कि आप ऐसे ही भड़क रहे हैं। कहीं ऐसा न हो आम आदमी पार्टी आपका ही अगला नंबर न लगा दे। उन्होंने कहा कि उस समय की गई उनकी भविष्यवाणी सच साबित हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके गुलजार सिंह खासा, बलविंदर सिंह, हरपाल सिंह, रंजीत सिंह और जोगिंदर सिंह को सिरोपा भेंट कर फिर से पार्टी में शामिल किया। इस मौके पर एआईसीसी सदस्य सुखजिंदर सिंह डैनी के अलावा कांग्रेस देहाती के प्रधान हरप्रताप सिंह अजनाला, संतोख सिंह भलाईपुर, नरिंदरपाल सिंह संधू, पूर्व पार्षद सुरिंदर चौधरी, पवन चौधरी, जोगिंदरपाल सिंह ढींगरा और अन्य मौजूद थे।