जैसलमेर पर्यटन सीजन में हवाई सेवाओं का किराया तीन गुना बढ़ गया है। जैसलमेर से दिल्ली की फ्लाइट का पहले किराया 5 हजार रुपए था। पर्यटन सीजन में किराया बढ़ाकर 17 से 19 हजार रुपए हो गया है। इसी तरह मुंबई से जैसलमेर का किराया पहले 8 से 10 हजार रुपए प्रति यात्री था, लेकिन अब बढ़ाकर 26 हजार रुपए कर दिया है। जैसलमेर से जयपुर का किराया 5 हजार से 15 हजार रुपए कर दिया है। इस स्थिति में यात्रियों को जैसलमेर आने व बड़े शहरों तक हवाई सफर महंगा हो गया है। गौरतलब है कि आगामी दिनों में जैसलमेर में पर्यटन सीजन अपने चरम पर होगा। इसके चलते ही हवाई कंपनी ने किराए में बढ़ोतरी कर दी है। गर्मियों में जहां हवाई सेवाएं ही नहीं मिलती हैं वहीं सर्दी के मौसम में फ्लाइट के किराये में बेतहाशा बढ़ोतरी होने से आम आदमी के लिए हवाई सेवाएं हवाई बात हो गई है। सैलानियों की आवक हुई कम जैसलमेर में इस साल पर्यटन सीजन पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि सैलानियों की आवक जारी है। लेकिन पिछले सालों के अनुपात में इस साल सैलानियों की संख्या बेहद कम रही है। आमतौर पर हर साल नवरात्र शुरू होने के साथ ही बंगाली पर्यटकों की आवक शुरू हो जाती है। लेकिन इस साल नवरात्र में बंगाल से सैलानी जैसलमेर पहुंचे ही नहीं। इसके बाद भी पर्यटन व्यवसायी सैलानियों के जैसलमेर पहुंचने का इंतजार ही कर रहे है। दीपावली की पूजा के बाद गुजरात से बंपर सैलानी जैसलमेर पहुंचते है। गुजरात में दीपावली के बाद लाभ पंचमी तक बाजार पूरी तरह से बंद रहते है। इस दौरान गुजराती पर्यटन जैसलमेर की ओर रूख करते है। लेकिन इस बार गुजरात से भी सैलानियों की आवक कम रही। जिससे इस बार की पर्यटन सीजन पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। दो शेड्यूल के नाम पर छलावा हवाई कंपनियों द्वारा दो सीजन शेड्यूल जारी कर आम यात्रियों के साथ छलावा किया जाता है। हवाई कंपनियां समर व विंटर शेड्यूल तो जारी करते है। लेकिन जैसलमेर में हर साल सिर्फ विंटर शेड्यूल पर ही हवाई सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। जिससे ऑफ सीजन में आमजन के लिए हवाई सेवाएं दूर की बात हो जाती है। अक्टूबर से विंटर शेड्यूल तथा अप्रैल से समर शेड्यूल का सिस्टम बनाया गया है। जिसमें भी विंटर शेड्यूल की हवाई सेवाएं 30 अक्टूबर से शुरू की जाती है। सैलानियों से कमाई, इसलिए ऑफ सीजन में सुविधा नहीं जैसलमेर से हवाई सेवाएं शुरू होने के बाद आमजन को इस सुविधा से काफी राहत मिलने की उम्मीद थी। लेकिन हवाई कंपनियों द्वारा आमजन के साथ हर साल किए जा रहे छलावे के कारण ऑफ सीजन में जहां हवाई सेवाएं शुरू ही नहीं की जा रही है। वहीं पर्यटन सीजन के समय हवाई कंपनियों द्वारा सैलानियों से पर्यटन सीजन के बूम के नाम पर मुनाफा कमाया जा रहा है। जिससे हवाई सेवा आमजन के लिए काम नहीं आ रही है। जैसलमेर एयरपोर्ट कमेटी के सदस्य कंवराज सिंह चौहान ने कहा- इंडिगो कंपनी द्वारा सीजन में किराया बढ़ाया जाना गलत है और हम एयरपोर्ट कमेटी की बैठक में ये मुदा उठाएंगे। इसके साथ ही इंडिगो कंपनी के अधिकारियों और सरकार के साथ भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा करेंगे ताकि हवाई किराया कम किया जाए। लोगों के लिए बहुत हाई बजट में है हवाई यात्रा जैसलमेर के एनवे ट्रिप के श्रेय भाटिया ने बताया कि हवाई किराया नहीं बढ़ाना चाहिए इससे आमजन का फ्लाइट से मोह भंग हो रहा रहा है। सर्दियों में ज्यादा से ज्यादा सैलानी अपना समय बचाने के लिए हवाई यात्रा करना पसंद करता है, मगर रेट हाई होने कि वजह से वो अपनी यात्रा को रद्द करता है। जिससे जैसलमेर के पर्यटन को नुकसान हो रहा है। वही ऑफ सीजन में हवाई सेवाओं के बंद करने से पर्यटन में जैसलमेर पिछ्ड़ रहा है।