मुख्य तकनीकी परीक्षक की टीम ने बिलासपुर, मुंगेली और जीपीएम जिले में निरीक्षण के लिए पहुंची। जहां वे अलग-अलग निर्माण कार्यों की गुणवत्ता देख रही है। इस दौरान टीम को बहतराई हॉकी स्टेडियम में गैलरी की बीम स्वीकृत डिजाइन के अनुसार बना नहीं मिला। मुख्य तकनीकी परीक्षक आर पुराम ने सबसे पहले जिला कोर्ट भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने ईंट, छड़ और स्टील के नमूने लिए। एनडीटी उपकरणों से कॉलम और कंक्रीट की गुणवत्ता जांची गई। मुंगेली-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक माइनर ब्रिज के निर्माण में उखड़े हुए डामर का इस्तेमाल किया जा रहा था। पुराम ने वहां सिलेक्टेड सॉइल का उपयोग करने को कहा और निर्माण सामग्री के सैंपल एकत्र कर सेंट्रल लैब रायपुर भेज दिए हैं। गैलरी की बीम को सुधारने के निर्देश टीम ने निरीक्षण में पाया गया कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। पुराम ने हादसे की आशंका जताते हुए ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। बहतराई हॉकी स्टेडियम में गैलरी की बीम को डिजाइनर की सलाह से सुधारने के निर्देश दिए गए। लेबर कैंप दूसरी जगह शिफ्ट करने के निर्देश उन्होंने कोर्ट परिसर से लेबर कैंप को दूसरी जगह शिफ्ट करने के निर्देश दिए। साथ ही तिल्दा स्थित ठेका कंपनी के कारखाने में जाकर कंक्रीट ब्लॉक का परीक्षण करने को कहा। पेंड्रारोड में जल संसाधन विभाग की मुख्य नहर में मिट्टी का कंप्रेशन सुधारने और कंक्रीट की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिए गए। गुणवत्ता से समझौता नहीं इसी तरह उन्होंने खगड़ी जलाशय नहर लाइनिंग ,कोटा सब डिवीजन में गोसारी एनीकट और खारंग डिवीजन में चिल्हाटी स्टाप डैम का भी निरीक्षण किया। वहीं जल जीवन मिशन के अंतर्गत मुंगेली के मटकू समूह जल प्रदाय योजना का निरीक्षण कर भैंसाझर सामूहिक जलप्रदाय योजना के कार्य में उपयोग किए जाने वाले सामग्रियों की गुणवत्ता पर उन्होंने ध्यान देने के निर्देश दिए।