मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से देश की टॉप-10 कंपनियों में से 4 की वैल्यू बीते हफ्ते में 1 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज गेनर रही। कंपनी का मार्केट कैप 30,786 करोड़ रुपए बढ़कर 19.53 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। HDFC बैंक की वैल्यू 26,668 करोड़, बजाज फाइनेंस की ₹12,322 करोड़ और ICICI बैंक की ₹9,790 करोड़ बढ़ी है। इधर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की वैल्यू 28,510 करोड़ रुपए कम होकर 12.24 लाख करोड़ रुपए पर आ गई है। पिछले हफ्ते बाजार में तेजी रही थी RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के ब्याज दरों में कटौती के बाद शेयर बाजार में आज यानी 6 जून को तेजी रही। सेंसेक्स 746 अंक की बढ़त के साथ 82,188 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में भी 252 अंक की बढ़त रही। ये 25,003 पर बंद हुआ। आज के कारोबार में बैंकिंग, फाइनेंस, ऑटो और मेटल शेयर्स में आज ज्यादा बढ़त रही। श्रीराम फाइनेंस का शेयर 5.46% और बजाज फाइनेंस का शेयर 4.90% चढ़कर बंद हुआ। वहीं JSW स्टील के शेयर में 3.56% की तेजी रही। मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या होता है? मार्केट कैप किसी भी कंपनी के टोटल आउटस्टैंडिंग शेयरों यानी वे सभी शेयर जो फिलहाल उसके शेयरहोल्डर्स के पास हैं, उनकी वैल्यू है। इसका कैलकुलेशन कंपनी के जारी शेयरों की कुल संख्या को उनकी कीमत से गुणा करके किया जाता है। इसे एक उदाहरण से समझें… मान लीजिए… कंपनी ‘A’ के 1 करोड़ शेयर मार्केट में लोगों ने खरीद रखे हैं। अगर एक शेयर की कीमत 20 रुपए है, तो कंपनी की मार्केट वैल्यू 1 करोड़ x 20 यानी 20 करोड़ रुपए होगी। कंपनियों की मार्केट वैल्यू शेयर की कीमतों के बढ़ने या घटने के चलते बढ़ता-घटता है। इसके और कई कारण हैं… मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ती है? मार्केट वैल्यू कैसे घटती है? मार्केट कैप कैसे काम आता है?