सातवें पांच दिवसीय अखिल भारतीय कैलीग्राफी आर्ट फेस्टिवल, वर्कशॉप एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन मंगलवार को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद अरबी फारसी शोध संस्थान में हुआ। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीना रहे। पुलिस अधीक्षक ने प्रदर्शनी एवं डिस्पले हाॅल के अवलोकन के बाद कहा कि संस्थान में पुरातत्व एवं कला के नमूने देखकर उन्हें अपने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दिन याद आ गए, जिसमें इतिहास एवं कला की पाठ्यपुस्तकों में प्राचीन भारत की विभिन्न कलाओं का उल्लेख था। संस्थान की निदेशक प्रियंका राठौड़ ने कैलीग्राफी आर्ट फेस्टिवल, वर्कशॉप एवं प्रर्दशनी के बारे में एवं संस्थान की प्रगति के बारे में विस्तार से विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता वित्तीय सलाहकार जयपुर संगीता राठौड़ ने की। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कैलीग्राफिस्ट कर्नाटक से आए कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मुख्तार अहमद ने बताया कि कैलीग्राफी की कला व्यक्ति को अनुशासन में रहना सिखाती है एवं इसमें वह सभी तत्व मौजूद हैं, जो एक सफल जीवन जीने के लिए आवश्यक हैं। इसी प्रकार कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश गुप्ता ने संस्थान के विकास के लिए राजस्थान सरकार द्वारा हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इस अखिल भारतीय फेस्टिवल में दिल्ली से आये कैलीग्राफिस्ट अब्दुर्रहमान, मुहम्मद जुबैर हैदर अनस, मुश्ताक अहमद एवं इसके अतिरिक्त अज़ीमुद्दीन, हैदराबाद, हरिशंकर बालोठिया, जयपुर एवं स्थानीय कैलीग्राफ़िस्ट वर्कशॉप में पांच दिन तक अपनी कला के नमूने प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ ज़िया टोंकी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. सैय्यद बदर अहमद ने सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।