बिलासपुर के मुख्य डाकघर में राखी भेजने की व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कारण है मुख्य प्रवेश द्वार पर रखा कचरा कंटेनर। यह कंटेनर राखी के लिए लगाई गई पीली डाक पेटी के पास ही रखा गया है। राखी भेजने आने वाली महिलाएं और युवतियां कचरे की गंदगी और बदबू के कारण असहज महसूस कर रही हैं। उपभोक्ताओं को मुंह पर रुमाल रखकर डाकघर में प्रवेश करना पड़ रहा है। कर्मचारी और आने वाले लोग कई दिनों से इस समस्या का सामना कर रहे हैं। राखी भेजने के लिए लगाई गई पीली पेटियां डाक विभाग ने रक्षाबंधन के लिए विशेष व्यवस्था की है। राखी भेजने के लिए पीली पेटियां लगाई गई हैं। विभाग के अनुसार इन पेटियों को रोजाना खोला जाएगा और राखियों को प्राथमिकता से प्रोसेस किया जाएगा। स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड डाक को भी प्राथमिकता दी जाएगी। ग्राहक ट्रैकिंग सुविधा से अपनी राखी की स्थिति की जानकारी ले सकते हैं। डाक विभाग के अधीक्षक विनय प्रसाद ने कहा कि राखी केवल एक डाक वस्तु नहीं है। यह बहनों की भावनाओं और दुआओं से जुड़ी है। विभाग का प्रयास है कि हर बहन की राखी समय पर भाई तक पहुंचे। बिलासपुर के साथ कोरबा, मुंगेली और जांजगीर जिलों में भी विशेष पीली पत्र पेटियां लगाई जा रही हैं। शहर में इन स्थानों पर लगाई गई राखी पेटी
जिले में प्रधान डाकघर बिलासपुर के सामने, सीपत चौक सरकंडा, एसईसीएल, बिलासपुर उप डाकघर, बिलासपुर आरएस उप डाकघर में पीली पत्र पेटियां स्थापित की जा रही है। उपभोक्ताओं से आग्रह किया गया है कि वे अपने राखी पत्रों को निर्धारित पीली पत्र पेटियों में ही डाले। यदि राखी पत्र अधिक मात्रा में हो तो इन्हें डाकघरों के काउंटर पर जाकर भी जमा कर सकते हैं।