डालाडीह एवं अकुआ के जंगल में हाथियों ने मचाया उत्पात, झोपड़ी में की तोड़फोड़
अनूपपुर। तीन हाथियों के समूह में विगत दो दिनों से डालाडीह एवं अकुआ के जंगल में दिन में ठहर कर रात होने पर ग्रामीण अंचलो में पहुंचकर आहार की तलाश में विगत रात एक झोपड़ी नुमा घर में तोड़फोड़ कर अंदर रखा अनाज खाते हुए दूसरे गांव में एक ग्रामीण के बांडी में लगे केला को आहार बनाया। तीन हाथियों को समूह विगत कई दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा को पार करते हुए अनूपपुर जिले के जैतहरी एवं अनूपपुर वन परिक्षेत्र,थाना एवं तहसील क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों से लगे जंगल में दिन में विश्राम करने वाद देर शाम एवं रात होने पर आहार की तलाश में ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर ग्रामीणों के घरों,खेत एवं बांड़ी में लगी एवं रखें विभिन्न तरह की फसलों को अपना आहार बना रहे हैं शनिवार की दोपहर ही तीनों हाथी गोबरी के जंगल से निकल ठेगरहा से शाम होते ही ग्राम पंचायत पगना के बांका,ग्राम पंचायत दुधमनिया के मैरटोला,ग्राम पंचायत लखनपुर जंगल से ग्राम पंचायत औढेरा के अकुआ गांव के जंगल में पहुंचकर रविवार के दिन भर विश्राम करने बाद रविवार की देर रात जंगल से लगे ग्राम पंचायत बैहार के डालाडीह टोला में पहुंचकर मंगलू पिता फगनू बैगा की झोपड़ी नुमा घर मैं अचानक पहुंचकर तोड़कर घर के अंदर रखे धान को खाते हुए फिर से जंगल जाकर देर रात ग्राम पंचायत औढेरा के अकुआ गांव में जंगल के किनारे स्थित यादव मोहल्ला में पहुंचकर रामसेवक यादव के बांड़ी में लगे केला के पेड़ों को अपना आहार बनाते हुए पूरी रात विचरण कर सोमवार की सुबह वन परिक्षेत्र अनूपपुर के किरर बीट अंतर्गत अकुआ गांव से लगे जंगल में पहुंच कर विश्राम कर रहे हैं जिनके देर रात निकल कर किस ओर विचरण करेंगे यह देर रात होने पर भी पता चल सकेगा वही वनविभाग द्वारा तीन अलग-अलग गस्ती दल बनाकर हाथियों पर निगरानी रखते हुए ग्राम पंचायतो एवं वनविभाग द्वारा हाथियों के संभावित विचरण क्षेत्र के ग्रामों में मुनादी एवं अन्य माध्यमों से ग्रामीणों को सचेत एवं सतर्क किया जा रहा है,शनिवार एवं रविवार की दोनों रात तीनों हाथियों द्वारा वनविभाग के गस्ती दल एवं बहुत संख्या में एकत्रित ग्रामीणो को चकमा देते हुए कुछ दूर तक विचरण कर जंगल में कई घंटे तक छिप कर फिर से अचानक दूसरी दिशा के ग्रामीण अंचलों में अचानक पहुंचकर धावा बोलते रहे हैं ।