लातेहार के टोरी के रेलवे कर्मचारी से डिजिटल अरेस्ट कर 3.9 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में लातेहार पुलिस ने साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया है। गिरफ्तार साइबर अपराधी सुरेंद्र खोजा राजस्थान के निंबी जोधा, कुचामन का रहने वाला है। उसे उसके घर से गिरफ्तार किया गया। ठगी में इस्तेमाल किया गया मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। मुख्यालय डीएसपी संजीव मिश्रा ने इसकी जानकारी दी। डीएसपी ने बताया कि पीड़ित रेलवे कर्मी रविशंकर केसरी को एक सप्ताह तक डिजिटल अरेस्ट करके 3,90,000 रुपए की ठगी की गई थी। इस मामले में साइबर थाना कांड संख्या 01/25 दर्ज किया गया था। टेलीकॉम विभाग के पदाधिकारी बनकर पीड़ित से संपर्क किया था पुलिस ने टेक्निकल सेल और साइबर पदाधिकारी की मदद से अपराधी को गिरफ्तार किया। साइबर अपराधी सुरेंद्र खोजा ने एक लाख रुपए अपने अकाउंट में जमा कराए थे। शेष दो लाख 90 हजार रुपए तीन अन्य अकाउंट में जमा कराए गए थे। अपराधी ने अज्ञात नंबर से टेलीकॉम विभाग के पदाधिकारी बनकर पीड़ित से संपर्क किया था। मनी लॉन्ड्रिंग के केस के नाम पर ठगी पीड़ित को उसने कहा कि दिल्ली में उसके नाम से अवैध सिम लिया गया है और अपराध किया जा रहा है। फिर उसे दिल्ली पुलिस से जोड़ा गया और बताया गया कि उस पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी केस चल रहा है। इसके बाद फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर कॉल करके धमकाया गया।