भास्कर न्यूज| लुधियाना। हमारी दिनचर्या का खानपान और सोने का समय हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। डिनर के तुरंत बाद सोना एक ऐसी आदत है जो आजकल व्यस्त जीवनशैली के कारण आम हो गई है। हालांकि, यह आदत शरीर पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। फिटनेस एक्सपर्ट के मुताबिक डिनर के तुरंत बाद सोने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं और इसे सुधारने के लिए क्या किया जा सकता है। {पाचन तंत्र पर असर: डिनर के तुरंत बाद सोने से पाचन तंत्र पर भारी दबाव पड़ता है। खाना खाने के बाद हमारा पाचन तंत्र सक्रिय होता है और इसे भोजन को पचाने के लिए समय चाहिए। लेटने की स्थिति में पेट में भोजन ठीक से नहीं पचता, जिससे अपच, एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या हो सकती है। {हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स:लेटने के तुरंत बाद पेट का एसिड ऊपर की ओर जाने लगता है, जिससे हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो सकती है। यह समस्या बार-बार होने पर गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज का कारण बन सकती है, जो पेट और गले के बीच की झिल्ली को प्रभावित करती है। {डायबिटीज और ब्लड शुगर पर असर: डिनर के बाद तुरंत सोने से शरीर का इंसुलिन लेवल असंतुलित हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। यह आदत लंबे समय तक बनी रहे तो डायबिटीज का खतरा भी बढ़ सकता है। {नींद की गुणवत्ता पर प्रभाव: डिनर के तुरंत बाद सोने से नींद की गुणवत्ता खराब हो जाती है। भारी भोजन और अधपचा खाना शरीर को आराम करने से रोकता है, जिससे नींद में खलल पड़ता है। यह समस्या लंबे समय तक बनी रहने पर अनिद्रा का कारण बन सकती है। {स्ट्रोक का बढ़ा हुआ खतरा: डिनर के तुरंत बाद सोने से स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है। इसका कारण पाचन तंत्र में गड़बड़ी और रक्त प्रवाह का सही तरीके से काम न करना हो सकता है। {सही आदतें अपनाएं: डिनर और सोने के बीच कम से कम 2-3 घंटे का अंतराल रखना चाहिए। इस समय को हल्की सैर या रिलैक्स करने के लिए इस्तेमाल करें। सोने से पहले भारी या तला-भुना खाना खाने से बचें। कोशिश करें कि डिनर हल्का और पोषण से भरपूर हो। डिनर के तुरंत बाद सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। सही समय पर खाना और सोने की आदत डालकर इन समस्याओं से बचा जा सकता है। अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना बेहतर जीवनशैली की ओर पहला कदम है। रात का खाना खाने के तुरंत बाद सोने से शरीर में कैलोरी बर्न नहीं हो पाती। यह एक्स्ट्रा कैलोरी शरीर में फैट के रूप में जमा हो जाती है, जिससे वजन बढ़ने लगता है। खासतौर पर, यह आदत पेट और कमर के आसपास चर्बी बढ़ने का मुख्य कारण बनती है।