गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में डॉक्टर की लापरवाही से प्रसूता और उसके नवजात की मौत हो गई। उप स्वास्थ्य केंद्र निमधा में प्रसव के दौरान ज्यादा रक्तस्त्राव होने से महिला की हालत बिगड़ी और मां बच्चे दोनों की मौत हो गई। मामले का संज्ञान लेते हुए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने जांच के आदेश दिए। जांच में एएनएम (सहायक नर्स) पुष्पांजलि राठौर को दोषी पाया गया, जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। प्रसूता को 19 घंटे तक अस्पताल में रखा खुरपा गांव की रहने वाली बुधवारिया बाई भैना को सुरक्षित प्रसव के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र निमधा में भर्ती कराया गया था। एएनएम पुष्पांजलि राठौर और अन्य स्टाफ ने प्रसूता को 19 घंटे तक अस्पताल में रखा। इस दौरान प्रसूता को अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा। गंभीर होने के बावजूद प्रसूता को रेफर नहीं किया इमरजेंसी में महिला को जीवन रक्षक इंजेक्शन और दवाइयां दी गईं, लेकिन स्थिति गंभीर होने के बावजूद प्रसूता को जिला अस्पताल रेफर नहीं किया गया। गंभीर लापरवाही के चलते नवजात की मौत वहीं हो गई।