भास्कर न्यूज | हजारीबाग जिले के केरेडारी प्रखंड अंतर्गत पेटो पंचायत के पूर्व मुखिया राजकिशोर यादव ने पंचायत में संचालित विकास कार्यक्रम में अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाया है। कहां है कि 203000 प्राक्कलित राशि से 60 × 60 × 10 आकार का डोभा का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण मानव बल के द्वारा कराया जाना है। यह डोभा रैयती प्लॉट में ही बनना है जबकि स्थानीय बिचौलिया और दलाल इसमें इस कदर सक्रिय हो गए हैं जो प्रखंड के पदाधिकारी से लेकर बीपीओ , मुखिया तक से साठ-गांठ कर पैसे की वसूली करवा रहे हैं। अंचल से भूमि प्रतिवेदन रैयती प्लॉट का दिया जा रहा है और निर्माण गैरमजरूआ में किया जा रहा है। कहा है कि दुख की बात है कि हमारे पंचायत में हर एक डोभा के लिए बीस-बीस हजार रुपए वसूला जा रहा है जबकि आवास का जियो टैग करने के नाम पर भी 5000 से लेकर के ₹25000 तक वसूले जा रहे हैं। इसकी जांच हो तो बड़ा खुलासा होगा। राजकिशोर यादव ने यह भी कहा कि डोभाल निर्माण में इस तरह की अनियमितता पूर्व से जारी है। हमारी मांग है कि पिछले 5 साल में बनाए गए सभी डोभा की जांच हो। कई डोभा तो कागज पर बन गए और कई पुराने तालाब को डोभा दिखाकर पैसे की निकासी हो गई है। कहां है कि इसकी जांच होनी चाहिए ताकि सरकार की राशि का सदुपयोग हो।