राज्य में नई उत्पाद नीति लागू होने के बाद शराब की खुदरा दुकानों का संचालन बेवरेजेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) कर रही है। मई (वित्तीय वर्ष 2022-23) से लेकर अक्टूबर 2024 (वित्तीय वर्ष 2024-25) के दौरान करीब ढाई साल में 15 जिलों की 104 दुकानों से शराब चोरी हुई। चोरी हुई शराब की कीमत 2.78 करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई है। राज्यभर सबसे ज्यादा रांची जिले की 30 दुकानों में चोरी की घटनाएं हुई हैं। अगर, चोरी गई शराब के मूल्य की बात की जाए तो सबसे अधिक 85.35 लाख रुपए की चोरी रांची जिले में ही हुई है। दूसरे नंबर पर पूर्वी सिंहभूम है, वहां 78.39 लाख रुपए मूल्य की शराब चोरी हुई है। ढाई साल के दौरान पूर्वी सिंहभूम जिले में 28 खुदरा दुकानों में चोरी की घटनाएं हुईं। नौ जिले जहां चोरी की घटनाएं नहीं हुई हैं, यदि उनकी बात छोड़ दी जाए तो चोरी की घटना वाले 15 जिलों में सबसे कम चोरी गढ़वा, पाकुड़ आैर पश्चिमी सिंहभूम में दर्ज की गई है। तीनों जिलों में मात्र एक-एक दुकान में ही चोरी हुई है। पाकुड़ में इस दौरान 81.91 हजार रुपए, गढ़वा जिले में 73.33 हजार और पश्चिमी सिंहभूम में 2.86 लाख रुपए मूल्य की शराब चोरी हुई है। 11 जिलों में 1.07 करोड़ रुपए की शराब चोरी हुई तीनों वित्तीय वर्ष में चोरी की घटनाओं की बात की जाए, तो वित्तीय वर्ष 2022-23 में 10 जिलों में शराब की खुदरा दुकानों में चोरी की कुल 14 घटनाएं हुईं। इनमें 32.98 लाख रुपए मूल्य की शराब चोरी हुई। वित्तीय वर्ष 2023-24 में भी 10 जिलों में ही शराब की खुदरा दुकानों में चोरी की 41 घटनाएं हुईं। इनमें 1.16 करोड़ रुपए मूल्य की शराब चोरी हुई। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2024-25 के 28 अक्टूबर तक 11 जिलों में चोरी की 43 घटनाएं दर्ज की गई हैं। चोरी की इन घटनाओं में 1.07 करोड़ रुपए मूल्य की शराब चोरी हो गई। 24 जिलों में से 15 में ही हो रहीं चोरियां राज्य सरकार द्वारा शराब की खुदरा दुकानों का संचालन किए जाने के कारण चोरी की घटनाओं से सरकार को ही नुकसान हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि शराब दुकानों में चोरी की घटनाओं का खुलासा नहीं के बराबर है। राज्य के 24 जिलों में से 15 जिलों में ही शराब की खुदरा दुकानों में चोरी की घटनाएं हुई हैं। इन जिलों में बोकारो, देवघर, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गोड्डा, हजारीबाग, लातेहार, पाकुड़, पलामू, रामगढ़, रांची, साहिबगंज, सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं। हालांकि, अलग-अलग वित्तीय वर्ष के हिसाब से देखा जाए, तो लगातार तीन वित्तीय वर्ष में क्रमश: 10 जिले, 10 जिले और 11 जिले में शराब की दुकानों में चोरी की घटनाएं हुईं।