बैतूल के पाढर बायपास पर शनिवार को ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। यह प्रदर्शन दो दिन पहले पिंटू ढाबे पर हुई मारपीट के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराजगी के कारण किया गया। लगभग दो घंटे तक चले इस प्रदर्शन को पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद समाप्त कराया गया। घटना गुरुवार रात की है। चिखली गांव के कुछ युवक पाढर बायपास स्थित पिंटू ढाबे पर खाना खाने पहुंचे थे। 685 रुपये के बिल भुगतान को लेकर उनका ढाबा संचालक की पत्नी से विवाद हो गया। इस दौरान वहां मौजूद बैतूल के कुछ युवकों ने चिखली के युवकों को समझाने का प्रयास किया, जिससे उनसे भी विवाद शुरू हो गया। यह विवाद किसी तरह शांत हुआ, लेकिन लगभग एक घंटे बाद चिखली के युवक अपने अन्य साथियों के साथ दोबारा ढाबे पर पहुंचे। उन्होंने ढाबा संचालक पिंटू, उसकी पत्नी, साले और कमलेश काकड़िया के साथ जमकर मारपीट की। सूचना मिलने पर डायल 112 ने घायलों को रात में जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने इस मामले में चिखली के पंकज यादव, नितेश और तीन अन्य के खिलाफ मारपीट और एट्रोसिटी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि, घटना के दो दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से उनमें भारी रोष है। इसी नाराजगी के चलते शनिवार को पाढर रोड बायपास पर चक्काजाम किया गया। इस प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थीं। ग्रामीणों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और प्रकरण में कड़ी धाराएं जोड़ने की मांग की। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस द्वारा कार्रवाई के आश्वासन के बाद जाम समाप्त कराया गया। हालांकि, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे दोबारा आंदोलन करेंगे।


