रायपुर नगर निगम मेयर इन काउंसिल की बैठक सोमवार को आयोजित की गई । बैठक में 11 एजेड़ों के अलावा अतिरिक्त एजेड़ों में चर्चा हुई। वही भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा के भेजे गए प्रस्ताव को मेयर इन काउंसिल ने रिजेक्ट कर दिया । दरअसल विधायक मिश्रा ने भाठागांव का नाम परिवर्तन कर अरिहंतपुरम करने का प्रस्ताव भेजा था। मेयर ढेबर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार के विधायक अपने क्षेत्र को छोड़कर दूसरे विधायक के क्षेत्र का नामकरण करने का प्रस्ताव भेज रहे है। जिस तरह फिल्मों के शुरुआत में ठाय-ठाय, डिशुम-डिशुम होता है आगे वैसी चीजें आएंगी। यह सरकार कैसे चल रही है समझ ही नहीं आ रहा है। रायपुर उत्तर विधायक ने भेजा था प्रस्ताव दरअसल मेयर इन काउंसिल की बैठक में रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा की ओर से दिए नामकरण के पत्र को लाया गया था। लेकिन बैठक में यह क्षेत्र रायपुर दक्षिण विधायक सुनील सोनी के क्षेत्र का मालूम हुआ तो उस प्रस्ताव को गिरा दिया गया । मेयर ने कहा कि किसी भी पुराने स्थान का नाम हम ऐसे परिवर्तत नही कर सकते। ब्राम्हण पारा , सुंदर नगर का नाम नही बदला जा सकता उसी तरह से भाठागांव का भी नाम नही बदला जा सकता है। मेयर ने कहा कि विधायक मिश्रा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में रहते है । मेयर ने आगे कहा ” मुझे समझ नहीं आ रहा है ये सरकार कैसे चल रही है। मेयर ने कहा कि विधायकों के बीच अब रुझान आना शुरू हुआ है। पूरी फिल्म बाकी है। क्लाइमैक्स बाकी है। पहले की फिल्म में ठाय-ठाय, डिशुम-डिशुम होता है वैसी चीजें आएगी। DKS परिसर में बनेगा मकान MIC में बैठक में अतिरिक्त एजेड़ों में यह चर्चा की गई कि DKS कंपाउंड मकान बनया जाएगा। मेयर ने कहा कि जो लोग लंबे समय से अपने मकान का इंतजार कर रहे हैं । वह आज भी शास्त्री बाजार के किनारे रह रहे हैं। उन लोगों के लिए यह जगह आरक्षित की जाएगी । नगर निगम की ओर से स्थान देखा गया है। और जल्द ही उसका सरकार को भी इसके लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। ये प्रस्ताव हुए पास MIC में बूढ़ातालाब में बन रही चौपाटी का विरोध रायपुर नगर निगम मेयर ने कहा कि वर्तमान में बुढापारा में जो चौपाटी का निर्माण किया जा रहा है। उसका MIC विरोध करेगी। नगर निगम की ओर से वहां सौन्दर्यीकरण का काम किया गया है। लेकिन उसे पर्यटन विभाग को सौंपा गया है। प्लेसमेंट कर्मचारी को MIC का समर्थन मेयर एजाज ढेबर ने कहा कि रायपुर नगर निगम के प्लेसमेंट कर्मचारी जो तूता धरना स्थल में हड़ताल कर रहे है। उसे हमारी परिषद का समर्थन है। उनकी मांग जायज है। उन्हें समर्थन देने हम धरना स्थल भी जाएंगे और सरकार से भी मांग करते है कि मंत्री से इस्तीफे की मांग मेयर ने कहां कि मीडिया से जानकारी मिली है कि अमलीडीह जमीन मामले में प्राइवेट बिल्डर को 9 एकड़ दी गई जमीन का आबंटन निरस्त कर दिया गया है। मेयर ने कहा कि अगर आबंटन निरस्त करना तो उसकी स्वीकृति ही क्यों दी गई।
मेयर ने कहा कि जनता के विरोध और हमारे द्वारा यह मुद्दा उठाने के बाद आबंटन को रद्द किया गया है। लेकिन हमारा सवाल यह है कि इतनी बड़ी जमीन का आबंटन मंत्री की अध्यक्षता में बनी कमेटी करती है। वही जो अधिकारियों ने कालेज की जमीन आबंटन करने के हस्ताक्षर किए है उन पर एक्शन क्यों नही किया गया है। इस मामले में दाल में कुछ काला नहीं पूरी दाल ही काली नजर आती है। मेयर ने कहा कि इस मामले में मैें मुख्यमंत्री से जांच की मांग करता हूं। वही इस लापरवाही के लिए राजस्व मंत्री से इस्तीफे की मांग करता हूं।