भास्कर न्यूज | राजनांदगांव प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास की सभी 6 छात्राओं की तबीयत में सुधार होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल और एक छात्रा का एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि फूड पॉइजनिंग के कारण तबीयत नहीं बिगड़ी थी। छात्राओं में मास हिस्टीरिया एवं पैनिक अटैक की शिकायत थी। डॉक्टरों ने सभी बच्चों का इलाज करने के बाद उनके इलाज से संबधित रिपोर्ट हॉस्टल प्रबंधन को सौंपी है। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों में कई तरह की किस्से, कहानी और कई प्रकार की बातें सुन कर किसी तरह का डर, भ्रम होने लगता है। यह एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर या साईको लॉजिकल प्राब्लम को मास हिस्टीरिया कहा जाता है। ऐसे मामले में एक साथ रहने के दौरान बच्चों में एक दूसरे को देख कर उसी तरह की हरकत करने लगते है। उनकी तबियत खराब होने लगती है। बच्चों का इलाज किया जाता है। हॉस्टल अधीक्षक जया शुक्ला ने बताया कि यहां तय मेनू के अनुसार बच्चों को नाश्ता और भोजन परोसा जाता है। भोजन और पानी की क्वालिटी सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। बच्चों को फूड पॉइजनिंग नहीं हुई थी। सभी छात्राओं को ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। 3 छात्राओं को उसी दिन डिस्चार्ज कर दिया गया था। डॉक्टरों ने रूटीन जांच करने आगामी दिनों की तिथि दी है।