स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट 2016-17 से राजधानी में लांच होने शुरू हुए। इस दौरान बूढ़ातालाब में ही 32 करोड़ खर्च किए गए। इसके अलावा शहर के 16 गार्डन में बुजुर्गों के मनोरंजन के लिए बापू की कुटिया नाम से गार्डन में हॉल बनाया गया। कहीं स्कूल मैदान में हेल्दी ट्रैक बनाया गया। किसी सड़क पर साइकिल ट्रैक तो किसी गार्डन में पंप ट्रैक के नाम पर लाखों खर्च किए गए। लोगों को एक रुपए में आरओ वाटर उपलब्ध कराने वाटर एटीएम भी लगाया। इस तरह पिछले आठ साल के दौरान करीब 740 करोड़ खर्च किए गए। भास्कर बता रहा है स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट पर किए गए खर्च और उसकी मौजूदा स्थिति 4 प्रमुख प्रोजेक्ट में पढि़ए… योजनाओं का लाभ मिलेगा स्मार्ट सिटी की बनाई प्रापर्टी का हम उपयोग कर रहे हैं। कई अन्य प्लानिंग है। उस पर काम चल रहा है। नालंदा परिसर, महाराजबंध, नरैया, खोखो तालाब एसटीपी सहित कई योजनाओं का लाभ शहर के लोगों को आने वाले कई वर्षों तक मिलेगा। कुछ पुरानी योजनाओं को थोड़ी मरम्मत कर उपयोगी बनाया जाएगा।
अबिनाश मिश्रा, एमडी स्मार्ट सिटी 2016 से अब तक ये रहे स्मार्ट सिटी के एमडी, किसी ने नहीं रोका बापू की कुटिया बनी गोदाम
स्मार्ट सिटी ने शहर में 16 जगहों पर बापू की कुटिया बनाई। उद्देश्य था कि गार्डन आने वाले बुजुर्गों के लिए मनोरंजन की सभी सुविधाएं मिले। इसलिए कुटिया में उनके लिए टीवी, एसी, सोफे, कैरम सहित मनोरंजन की सारी सुविधाएं दी गई। एक कुटिया बनाने में करीब 20 लाख खर्च किए गए। इस तरह करीब 3.2 करोड़ से बापू की कुटिया बनाई गई। संचालन की व्यवस्था नहीं होने से सामान चोरी हाे गए अब इसका गोडाउन की तरह उपयोग हो रहा। साइकिल ट्रैक पर ठेले
कलेक्टोरेट से गांधी उद्यान के बीच 2017-18 में स्मार्ट सिटी ने गौरवपथ पर सड़क के दोनों किनारे में करीब दो करोड़ खर्च कर साइकिल ट्रैक बनाया। साइकिल ट्रैक के नाम पर सड़क पर विशेष तरह की पेंट की गई। ट्रैक बनाने के दूसरे दिन से यहां ठेले-गुमटी लगने लगे। लोग गाड़ियां पार्क करने लगे। इसे रोकने ट्रैक के किनारे लोहे के पिलर लगाए। पिलर चोरी हो गए। अब उसका कोई उपयोग नहीं है। 35 लाख का ट्रैक खराब
स्मार्ट सिटी ने मोतीबाग में 35 लाख खर्च कर पंप ट्रैक बनाया। यहां युवाओं के लिए एडवेंचर साइकिलिंग की सुविधा थी। ट्रैक पर वुडन फ्लोर लगाया गया था। इसके लिए 35-35 हजार की साइकिलें भी खरीदी गई थीं। बनाने के बाद इसे चलाने के लिए एजेंसी ही नियुक्त नहीं कर पाए। अचानक पंप ट्रैक का वुडन फ्लोर जल गया। साइकिलें कहां गई, कुछ पता नहीं। अब पंप ट्रैक का नामोनिशन खत्म। उखाड़े हेल्दी हार्ट ट्रैक
स्मार्ट सिटी ने बूढ़ातालाब के पास सप्रे शाला के फुटबाल मैदान के चारों ओर विशेष तरह की टाइल्स लगाकर 1.42 करोड़ की लागत से हेल्दी हार्ट ट्रैक बनाया था। उद्देश्य था कि बुजुर्ग और महिलाओं को यहां पर मार्निंग वॉक करने में सुविधा हो। स्मार्ट सिटी ने यहां पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का फुटबाल ग्राउंड बनाने 2023 में हेल्दी ट्रैक की टाइल्स उखाड़कर करीब ढाई करोड़ खर्च कर फिर सौंदर्यीकरण किया।