छछानपाहरी गांव में तालाब में डूबने से मृत तीन बच्चों का सोमवार को अंतिम संस्कार हुआ। तीनों बच्चे के शव को पीएम के बाद गांव लाया गया। इसके बाद गांव में चीख पुकार मच गया। बच्चों की माताएं पूरी रात बेसुध सी रही। सुबह बच्चों के शव को देखकर आपा खो बैठी। अंतिम संस्कार के पहले बच्चों के माता-पिता लिपटकर रोते रहें। बार-बार माएं बच्चों को उठने की बात कहती रही। जिन्हें गांव की दूसरी महिलाओं ने संभाला। तीन परिवार में टूटे दुख के पहाड़ को देखकर पूरा गांव फुटकर रो पड़ा। इधर बच्चों के शव को लेकर परिजन व ग्रामीण जैसे ही मुक्तिधाम पहुंचे, तेज बारिश शुरु हो गई। बारिश के बीच ही तीनों बच्चों के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है। अंतिम यात्रा में शामिल हर ग्रामीण के आंखों में आंसू थे। मृत बच्चों के परिजनों अब भी बेसुध स्थिति में हैं। बच्चों की मां बार-बार बेहोश हो रही हैं। बता दें कि रविवार को खेलते हुए छछानपाहरी में रहने वाले नव्यांश (6), लक्ष्य साहू (7) और खेमांशू (7) नया तालाब के में नहाने चले गए। नहाते वक्त बच्चे तालाब के गहराई वाले हिस्से में चले गए। जहां डूबने से उनकी मौत हो गई। छछानपाहरी सहित आसपास के गांव में भी मातम फैल गया है। सोमवार को पूर्व विधायक छन्नी साहू और चौकी नगर पंचायत के अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने भी बच्चों के परिजनों से मुलाकात की।