सुकमा जिले के तेंदूपत्ता घोटाले में ईओडब्ल्यू ने गुरुवार को निलंबित डीएफओ आईएफएस अशोक पटेल को गिरफ्तार किया। इसके बाद रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ के लिए अशोक पटेल को 23 अप्रैल तक की कस्टोडियल रिमांड दी। अब 6 दिन तक ईओडब्ल्यू आरोपी आईएफएस अफसर से पूछताछ करेगी। सुकमा के वन विभाग अधिकारी अशोक कुमार पटेल और अन्य अफसरों पर तेंदूपत्ता तोड़ने वाले मजदूरों के बोनस में बड़ा घोटाला करने का आरोप है। ये घोटाला 2021-2022 के तेंदूपत्ता सीजन से जुड़ा है, जिसमें करीब 7 करोड़ रुपए की राशि संग्राहकों को दी जानी थी।
अधिकारियों ने आपसी साठगांठ कर बड़ी रकम खुद रख ली और संग्राहकों को पैसा नहीं पहुंचाया। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस राशि का हिस्सा पूर्व विधायक मनीष कुंजाम और कुछ पत्रकारों को भी दिया गया था। ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने 8 अप्रैल को एफआईआर दर्ज कर 10 अप्रैल को बस्तर के कई इलाकों में छापेमार कार्रवाई की थी। इस दौरान उन्हें महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैंक खातों की जानकारी और निवेश से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। चौंकाने वाली बात यह रही कि डीएफओ ऑफिस के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक के घर से 26 लाख 63 हजार 700 रुपये नगद मिले।