दतिया के गांव उदगुवा में शादी के 2 साल बाद मामूली कहासुनी के बाद एक महिला पति से नाराज होकर अपने मायके में रहने लगी थी। नाराज पति जब उसे मनाने नहीं आया तो महिला ने कोर्ट में हर्जाना और खर्चे का केस दायर कर दिया। शनिवार को दतिया कोर्ट में नेशनल लोक अदालत के आयोजन के दौरान पति-पत्नी प्रधान न्यायाधीश देवेंद्र गौर की न्यायालय में आमने सामने हुए। जहां न्यायाधीश की समझाइश के बाद पति और पत्नी साथ रहने के लिए राजी हो गए। कोर्ट रूम में ही महिला को न्यायाधीश ने हार पहनाकर पति के साथ रवाना किया। दो साल पहले की थी लव मैरिज जानकारी के मुताबिक उदगुवा निवासी भारत परिहार ने दो साल पहले भावना से लव मैरिज की थी। शादी के कुछ माह बाद तालमेल नहीं होने के चलते आपसी विवाद होने लगे। युवक ने ससुराल पक्ष से मदद मांगी लेकिन उन्होंने बेटी को कोई समझाइश नहीं दी। इसके बाद भावना ने कुटुंब न्यायालय में तलाक के लिए प्रकरण लगा दिया। इस मामले में पति-पत्नी दोनों की काउंसिलिंग करवाई गई। न्यायाधीश ने पुरानी बातों को भूलकर साथ रहने के लिए समझाइश दी। दोनों को गलती का एहसास हुआ तो दोनों साथ रहने को तैयार हो गए। इसके बाद लोक अदालत में पहुंच कर प्रकरण समाप्त करवाया। दोनों का एक बेटा भी है।