छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में मरीन ड्राइव निर्माण को लेकर घर तोड़ने का मामला लगातार तूल पकड़ते जा रहा है। प्रभावित लोग इसका विरोध कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज सोमवार को रायगढ़ दौरे पर रहे। उन्होंने सबसे पहले प्रगति नगर और कयाघाट के प्रभावित लोगों से मुलाकात की। इसके बाद मां विहार काॅलोनी का जायजा लिया। दीपक बैज ने कहा कि, यहां प्रशासन पूरी तरह से हावी होकर गरीबों का मकान तोड़ रही है। ऐसा कौन सा विकास है। जिससे गरीबों का घर थोड़ा जा रहा है। लोग दहशत में हैं। सरकार के पास कोई प्लानिंग नहीं है। फोर्स लगाकर घर तोड़ रही है। ऐसा लग रहा कलेक्टर, कमिश्नर किसी ने जनता से बातचीत भी नहीं की। जनता बातचीत से संतुष्ट हो सकती थी। उन्होंने कहा कि विकास बिना मकान तोड़े फ्लाईओवर बनाकर किया जा सकता था। गरीबों के मकान तोड़कर सड़कें बनाना विकास नहीं है। लगता है कि बड़े बिल्डरों को लाभ पहुंचाने के लिए यह किया जा रहा है। रायगढ़ में लोकतंत्र नहीं बल्कि राष्ट्रपति शासन लागू है। कांग्रेस आने वाले दिनों में इसका जमकर विरोध करेगी। जरूरत पड़ने पर कलेक्ट्रेट का भी घेराव किया जाएगा। जिसमें प्रदेश भर से कांग्रेस के नेता शामिल होंगे। उप मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार पीसीसी चीफ दीपक बैज ने उपमुख्यमंत्री अरुण साव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, वे सरकार में है। उनको सब चीज अच्छा ही अच्छा दिखेगा। जमीन में आकर यह लाचार लोगों का दर्द देखें। यह सरकार केवल गरीबों का घर तोड़ने का काम कर रही है। इसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी। साथ ही हमारे विधायक साथी आने वाले दिनों के विधानसभा सत्र में भी इस पर सवाल करेंगे। शिफ्ट करने से पहले तैयारी नहीं की गई दीपक बैज ने बताया कि, जिन मकानों को शिफ्ट किया गया है। वहां न तो नल है और ना ही पानी-बिजली है। मकानों को रंग रोगन भी नहीं किया गया है। यदि लोगों को शिफ्ट करना है, तो पहले मकान पूरी तरह तैयार कर लेना था। लोगों ने सुनाया अपना दुखड़ा प्रेसवार्ता से पहले पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज प्रगति नगर पहुंचे। जहां लोगों ने रोते हुए अपना दुखड़ा सुनाया। इस दौरान एक परिवार की बच्चियों ने बताया कि, वे लोग कल से खाना नहीं खाए हैं। इस तोड़फोड़ के कारण उनका परिवार बहुता ज्यादा परेशान है। इसके अलावा अन्य प्रभावित लोगों ने भी अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। इसके बाद मां विहार काॅलोनी का भी जायजा लिया गया। जहां उन्होंने देखा कि खिड़की, दरवाजे से लेकर कई तरह की सुविधाएं यहां नहीं है।