दुर्ग-भिलाई शहरों में बिजली आपूर्ति को आधुनिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) ने अब तक शहर के आधे से अधिक घरों में स्मार्ट मीटर स्थापित कर दिए हैं। कुल 2 लाख 67 हजार 779 उपभोक्ताओं में से 1 लाख 46 हजार 70 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जो कुल उपभोक्ताओं का लगभग 55 प्रतिशत है। स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ता अपनी बिजली खपत की सटीक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। ‘मोर बिजली’ ऐप के माध्यम से हर आधे घंटे की बिजली खपत की विस्तृत जानकारी उपलब्ध होगी। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को बिजली बचाने में भी मदद मिलेगी। यह कार्य विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से जारी विद्युत (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियमन 2020 और छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के नियमों के तहत किया जा रहा है। मीटर रीडिंग के लिए नहीं करना पड़ेगा इंतजार पुराने मीटरों को स्मार्ट मीटर से बदलने का यह अभियान आरडीएसएस योजना के अंतर्गत संचालित है। स्मार्ट मीटर स्थापित होने के बाद उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के लिए किसी कर्मचारी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। बिलिंग जानकारी स्वतः विभाग को भेजी जाएगी, जिससे मानवीय त्रुटियों की संभावना समाप्त हो जाएगी। इसके अतिरिक्त, सुरक्षा निधि जमा करने की आवश्यकता भी खत्म हो जाएगी और भविष्य में सोलर रूफटॉप कनेक्शन के लिए अलग नेटमीटर लगाने की जरूरत नहीं होगी। ‘मोर बिजली’ ऐप डाउनलोड करने की अपील सीएसपीडीसीएल दुर्ग के मुख्य अभियंता संजय खंडेलवाल ने उपभोक्ताओं से ‘मोर बिजली’ ऐप डाउनलोड करने और अपने मोबाइल नंबर बिजली विभाग में पंजीकृत कराने की अपील की है। उन्होंने बताया कि इससे मीटर से संबंधित सभी सूचनाएं एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होंगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्मार्ट मीटर लगाना पूरी तरह निःशुल्क है और इससे अधिक बिल आने की कोई संभावना नहीं है। मुख्य अभियंता खंडेलवाल ने कहा कि सीएसपीडीसीएल उपभोक्ताओं के सहयोग से यह कार्य तेजी से पूरा कर रहा है और अधिकांश उपभोक्ता इस नई व्यवस्था से संतुष्ट हैं।