दुर्ग जिले में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी बारिश को देखते हुए दुर्ग जिला प्रशासन ने राहत और बचाव के लिए आवश्यक तैयारी कर ली है। बाढ़ और जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए कलेक्टोरेट सभा कक्ष में प्रशासनिक बैठक हुई। इस बैठक में संभाग आयुक्त एस.एन. राठौर ने अधिकारियों से कहा कि, सभी नगरीय निकायों में बारिश से उत्पन्न जल भराव की स्थिति पर नजर रखें। आने वाले दिनों में अधिक बारिश को ध्यान में रखते हुए राहत कैंप के लिए स्थान चयन करें। नगर निगम दुर्ग, भिलाई, भिलाई 03-चरोदा और रिसाली के तहत बनाए गए अटल आवास, नए आवास में आवश्यक व्यवस्था कर लोगों को शिफ्ट कराए। यह निर्देश दिए गए प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में सहायक कलेक्टर अभिजीत बबन पठारे, वनमंडलाधिकारी दीपेश कपिल, अपर कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ , निगम आयुक्त , अनुविभागीय अधिकारी सहित समस्त विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। जिले में अब तक 144.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज जिले में 1 जून से 07 जुलाई तक 144.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सार्वाधिक वर्षा 271.7 मिमी पाटन तहसील में तथा न्यूनतम 84.7 मिमी. तहसील धमधा में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील बोरी में 104.0 मिमी, तहसील अहिवारा में 141.5 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 118.6 मिमी और तहसील दुर्ग में 147.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। 07 जुलाई को तहसील दुर्ग में 32.6 मिमी, तहसील धमधा में 8.3 मिमी, तहसील पाटन में 35.0 मिमी, तहसील बोरी में 16.0 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 12.4 मिमी और तहसील अहिवारा में 36.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।