देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र में एक सरकारी शिक्षक की हत्या का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान नंदकिशोर दास (52) के रूप में हुई है। वे जमुई जिले के चंद्रमंडीह प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत थे। रविवार शाम को नंदकिशोर बाजार जाने के लिए अपने घर से टावर चौक की ओर निकले थे। देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। मोबाइल पर संपर्क का प्रयास भी किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। परिजन रात भर सदर अस्पताल और जसीडीह रेलवे स्टेशन पर उन्हें खोजते रहे। डिगरिया पहाड़ में मिली लाश जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह डिगरिया पहाड़ के जंगल में एक लाश मिलने की सूचना मिली। सदर अस्पताल में शव की पहचान नंदकिशोर दास के रूप में हुई। मृतक के मुंह और चेहरे पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं। परिजनों का कहना है कि नंदकिशोर की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उन्हें बाइक चलाना भी नहीं आता था। ऐसे में वे डिगरिया पहाड़ के जंगल तक कैसे पहुंचे, यह जांच का विषय है। परिजनों को आशंका है कि उनकी हत्या कर लाश को जंगल में फेंक दिया गया है। सीसीटीवी की जांच में जुटी पुलिस पुलिस मामले की जांच कर रही है। टावर चौक तक के रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है। इससे यह पता चल सकेगा कि शिक्षक किसके साथ गए और उन्हें जंगल तक कैसे ले जाया गया। ———————————- इसे भी पढ़ें… पुलिस कस्टडी में साइबर क्राइम के आरोपी की मौत:आक्रोशित परिजनों ने किया रोडजाम; पुलिस ने भांजी लाठी, छोड़े आंसू गैस के गोले देवघर में साइबर क्राइम के आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत का मामला गुरुवार को हंगामे में बदल गया। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी किया। इसके बाद पुलिस ने लाठी भांज कर भीड़ को तितर-बितर किया। पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। पूरा मामला पालोजोरी थाना क्षेत्र का है। दरअसल, साइबर थाना और स्थानीय पुलिस ने पालोजोरी थाना क्षेत्र के दुधनी गांव में छापेमारी कर 4 युवकों को हिरासत में लिया था। पूछताछ के क्रम में 35 वर्षीय मेराज अंसारी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरी खबर यहां पढ़ें…